मध्य प्रदेश का छिंदवाड़ा कांड (जिसमें एक जहरीली दवाई के कारण 16 बच्चों की मौत हो गई है) में कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी दिनेश मौर्य को मध्य प्रदेश के ड्रग कंट्रोलर के पद से हटा दिया है। इसके अलावा छिंदवाड़ा में तीन अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। इससे पहले जहरीला दवाई का पर्चा लिखने वाले डॉक्टर को गिरफ्तार किया जा चुका है और कंपनी के खिलाफ भी FIR दर्ज कर ली गई है।
मुख्यमंत्री ने छिंदवाड़ा और जबलपुर के तीन अधिकारियों को सस्पेंड किया
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज अपना जबलपुर का कार्यक्रम निरस्त करके छिंदवाड़ा जिले के परासिया क्षेत्र में पहुंचे। यहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। सीएम इस दौरान एक बच्चे अदनान के घर पहुंचे। परिजनों से मिलने के बाद उन्होंने मध्यप्रदेश के ड्रग कंट्रोलर दिनेश मौर्य को हटा दिया। वहीं खाद्य एवं औषधि प्रशासन के उपसंचालक शोभित कोष्टा, छिंदवाड़ा के ड्रग इंस्पेक्टर गौरव शर्मा और जबलपुर ड्रग इंस्पेक्टर शरद जैन सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं।
जो जिम्मेदार सब पर होगी सख्त कार्रवाई
पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जो भी लोग जिम्मेदार हैं, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। सरकार जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। आज हमने ड्रग कंट्रोलर को हटाने के आदेश दिए। डिप्टी ड्रग कंट्रोलर जिनकी जिम्मेदारी थी, उनको सस्पेंड किया है। इंस्पेक्टर को भी सस्पेंड किया है। जिस कंपनी से ये बनकर आया है, तमिलनाडु सरकार ने उस कंपनी पर भी कठोर कार्रवाई करने को कहा है। तमिलनाडु में फैक्ट्री में जहां सिरप बन रहा था, वह तरीका ही अमानक था। वहां की सरकार ने मामले को संज्ञान में लिया है।
डॉ यादव ने कहा कि, दवाई फैक्ट्रियों की प्रॉपर और रैंडम जांच होनी चाहिए। हमारे अधिकारी भी जांचें, भले ही कोई भी कंपनी, किसी भी राज्य से आई हो। ‘दुख की घड़ी में परिवार के साथ हूं. यह एक संवेदनशील मुद्दा है। पीड़ितों के बेहतर इलाज के लिए जो प्रबंधन लगेगा सरकार करेगी। बीमार बच्चों का इलाज सरकार करवाएगी।
छिंदवाड़ा मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई
4 अक्टूबर : रात 10 बजे बीएमओ डॉ. अंकित सल्लाम ने परासिया थाने में डॉ. प्रवीण सोनी और श्रेसन फार्मास्युटिकल कंपनी (कांचीपुरम, तमिलनाडु) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
5 अक्टूबर : रात 1.30 बजे छिंदवाड़ा के कोतवाली थाना क्षेत्र के राजपाल चौक से डॉ. प्रवीण सोनी को स्पेशल पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया।
6 अक्टूबर : मध्यप्रदेश के ड्रग कंट्रोलर दिनेश मौर्य IAS को हटा दिया। वहीं खाद्य एवं औषधि प्रशासन के उपसंचालक शोभित कोष्टा, छिंदवाड़ा के ड्रग इंस्पेक्टर गौरव शर्मा और जबलपुर ड्रग इंस्पेक्टर शरद जैन सस्पेंड कर दिया।
6 अक्टूबर: डॉ. प्रवीण सोनी का अपना मेडिकल स्टोर्स का ड्रग लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है। इसे उनकी पत्नी ज्योति सोनी संचालित करती थी।
6 अक्टूबर: डॉ. प्रवीण सोनी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जमानत खारिज होने पर उन्हें छिंदवाड़ा जेल भेज दिया है।
छिंदवाड़ा में हुई घटना में कार्रवाई करते हुए हमने तमिलनाडु की संबंधित फैक्ट्री की दवाइयों पर प्रतिबंध लगाया है। अन्य दो फैक्ट्री की दवाई को भी बैन करने के निर्देश दिए हैं।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 6, 2025
पूरे घटनाक्रम से केंद्र सरकार और तमिलनाडु सरकार को अवगत कराया है। हम संवेदनशीलता के साथ शासन चलाते हैं। pic.twitter.com/kfp0xsLHXD