मध्य प्रदेश में आप कहीं पर भी, सरकारी जमीन पर, किसी भी प्रकार का कंस्ट्रक्शन करने के लिए काम शुरू कीजिए। 24 घंटे के भीतर संबंधित डिपार्टमेंट और लोकल एक्टिविस्ट आपसे पूछताछ करने लगेंगे। लेकिन पीडब्ल्यूडी के रिटायर्ड इंजीनियर के फार्म हाउस के लिए 10 करोड़ मूल्य की सड़क बन गई। किसी ने कोई सवाल जवाब नहीं किया। सरकार को पता ही नहीं है कि सरकारी जमीन पर सड़क कौन बना गया।
2 किलोमीटर लंबी सड़क को भूतों ने बनाया
जिस डिपार्टमेंट की जमीन है उसको प्रॉब्लम नहीं थी लेकिन, मध्य प्रदेश पुलिस की विशेष स्थापना लोकायुक्त की टीम ने इंजीनियर साहब की सड़क की जांच शुरू कर दी है। जब लोकायुक्त की टीम छापा मारने गई, तो उनका पहला सवाल था कि इतनी अच्छी सड़क यहां पर किसने बनाई। आसपास के क्षेत्र में यहां तक की पूरे जिले में इतनी शानदार सड़क नहीं है। सीसी रोड की लंबाई करीब 2 किलोमीटर है। अच्छी क्वालिटी की सीसी रोड बनाने में 5 करोड़ प्रति किलोमीटर का खर्चा आता है। इसका मतलब हुआ की 2 किलोमीटर की सड़क 10 करोड रुपए में बनी, और बनाने वाले ने सड़क पर अपना नाम तक नहीं लिखा। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी कुछ पुरानी कहानियां भी याद आती है। जब किसी कंस्ट्रक्शन के बारे में लोग बताते हैं कि यह रातों-रात बन गया था। कभी दैत्य तो कभी किसी देवता ने बनाया था। हो सकता है इंजीनियर साहब के फार्म हाउस तक जाने वाली 2 किलोमीटर लंबी सड़क को भी भूतों ने बनाया हो।
कांग्रेस सरकार में पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर बनना चाहते हैं
पीडब्ल्यूडी की पीआईबी शाखा से रिटायर ईएनसी गोविंद प्रसाद मेहरा इतनी पावरफुल हो गई थी कि, कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर, कांग्रेस की सरकार में पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर बनना चाहते थे। पिछली बार कमलनाथ के साथ डील फाइनल नहीं हो पाई थी। बताया जा रहा है कि इस बार जीतू पटवारी के साथ फाइनल हो गई है। अगला चुनाव लड़ेंगे और जीतू पटवारी की सरकार में पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर बनेंगे।