Rashifal: सिंह, धनु, वृषभ, कुंभ वालों की बल्ले-बल्ले लेकिन कन्या, तुला, मीन के लिए चिंता की बात

Bhopal Samachar
ज्योतिष विशेषज्ञ "आचार्य कमलांश" ने प्राचीन सिद्धांत के आधार पर लेकिन एक नए पैटर्न का प्रयोग करते हुए साप्ताहिक राशिफल निकला है। इसमें उन्होंने 9 में से सिर्फ पांच ग्रहों के गोचर को आधार बनाया है, क्योंकि इस सप्ताह सिर्फ पांच ग्रह (मंगल, बुद्ध, शुक्र, सूर्य और केतु) ही पृथ्वी पर जीवित सभी मनुष्य, जीव जंतु एवं वनस्पति को प्रभावित करेंगे। 

१४ सितम्बर से २० सितम्बर के बीच ग्रह स्थिति इस प्रकार है:

  1. मंगल : तुला राशि में (१३ सितम्बर २०२५ रात से, लगभग २६ अक्टूबर २०२५ तक)
  2. शुक्र : सिंह राशि में (१५ सितम्बर २०२५ से, १० अक्टूबर २०२५ तक)
  3. बुध : कन्या राशि में (१५ सितम्बर २०२५ से, २८ सितम्बर २०२५ तक)
  4. सूर्य : कन्या राशि में (१७ सितम्बर २०२५ से, १७ अक्टूबर २०२५ तक)
  5. शनि : मीन राशि में (जनवरी २०२५ से चल रहा है, अप्रैल २०२७ तक)
  6. गुरु (बृहस्पति) : कर्क राशि में (मई २०२५ से, मई २०२६ तक)
  7. राहु : कुम्भ राशि में (अक्टूबर २०२३ से, अप्रैल २०२५ तक)
  8. केतु : सिंह राशि में (अक्टूबर २०२३ से, अप्रैल २०२५ तक) 

साप्ताहिक राशिफल दिनांक 14 सितंबर से 20 सितंबर तक 

ज्योतिष विशेषज्ञ "आचार्य कमलांश" का कहना है कि अनुभव और कल्पना के आधार पर राशिफल को और अधिक विस्तार से लिखा जा सकता है परंतु ज्योतिष शास्त्र की ओर से जो मूल संकेत मिलता है यहां पर उसका उल्लेख किया जा रहा है। ताकि आम नागरिक किसी भी भय अथवा लालच का शिकार ना हों। 

1. मेष (Aries) – अक्षर: चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ

मंगल सप्तम भाव: दाम्पत्य/पार्टनरशिप में सक्रियता, पर झगड़े सम्भव।
शुक्र पंचम भाव: प्रेम, संतान, शिक्षा में शुभ।
बुध-सूर्य षष्ठ भाव: कार्यक्षेत्र में विजय, पर स्वास्थ्य ध्यान दें।

2. वृषभ (Taurus) – अक्षर: ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो

मंगल षष्ठ भाव: शत्रु पर विजय, पर स्वास्थ्य चुनौतियाँ।
शुक्र चतुर्थ भाव: घर-परिवार में सुख।
बुध-सूर्य पंचम भाव: संतान/पढ़ाई में सुधार।

3. मिथुन (Gemini) – अक्षर: का, की, कु, घ, ङ, छ, के, को, ह

मंगल पंचम भाव: बच्चों व प्रेम संबंधों में तनाव।
शुक्र तृतीय भाव: भाई-बहन सहयोग, यात्राएँ लाभकारी।
बुध-सूर्य चतुर्थ भाव: घर-गृहस्थी में व्यस्तता।

4. कर्क (Cancer) – अक्षर: ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

मंगल चतुर्थ भाव: माता/वाहन संबंधी तनाव।
शुक्र द्वितीय भाव: वाणी मधुर, धन वृद्धि।
बुध-सूर्य तृतीय भाव: साहस, छोटे सफर शुभ।

5. सिंह (Leo) – अक्षर: मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

मंगल तृतीय भाव: पराक्रम, यात्राओं में लाभ।
शुक्र प्रथम भाव: व्यक्तित्व आकर्षक।
बुध-सूर्य द्वितीय भाव: धन, वाणी में लाभ।

6. कन्या (Virgo) – अक्षर: टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो

मंगल द्वितीय भाव: वाणी में कठोरता, खर्च बढ़ेगा।
शुक्र द्वादश भाव: विलासिता में खर्च।
बुध-सूर्य प्रथम भाव: आत्मबल, स्वास्थ्य सुधार।

7. तुला (Libra) – अक्षर: रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

मंगल प्रथम भाव: ऊर्जा व उत्साह, पर गुस्सा ज्यादा।
शुक्र एकादश भाव: मित्रों से सहयोग, लाभ।
बुध-सूर्य द्वादश भाव: खर्च बढ़ सकता है।

8. वृश्चिक (Scorpio) – अक्षर: तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

मंगल द्वादश भाव: खर्च, विदेश यात्रा संभव।
शुक्र दशम भाव: करियर में प्रगति।
बुध-सूर्य एकादश भाव: लाभ, मित्र सहयोग।

9. धनु (Sagittarius) – अक्षर: ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे

मंगल एकादश भाव: इच्छाएँ पूर्ण।
शुक्र नवम भाव: भाग्य से सहयोग।
बुध-सूर्य दशम भाव: नौकरी, व्यवसाय में सफलता।

10. मकर (Capricorn) – अक्षर: भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी

मंगल दशम भाव: कार्यक्षेत्र में मेहनत व सफलता।
शुक्र अष्टम भाव: गुप्त लाभ, पर स्वास्थ्य सावधानी।
बुध-सूर्य नवम भाव: भाग्य में सुधार।

11. कुम्भ (Aquarius) – अक्षर: गु, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा

मंगल नवम भाव: यात्राएँ व भाग्य वृद्धि।
शुक्र सप्तम भाव: दाम्पत्य सुख।
बुध-सूर्य अष्टम भाव: गूढ़ ज्ञान, शोध में रुचि।

12. मीन (Pisces) – अक्षर: दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची

मंगल अष्टम भाव: अचानक घटनाएँ, स्वास्थ्य सावधानी।
शुक्र षष्ठ भाव: ऋण व शत्रु पर विजय।
बुध-सूर्य सप्तम भाव: दाम्पत्य में मजबूती। 

इन चार राशि वालों को सबसे ज्यादा फायदा होगा

(भाग्य + लाभ + करियर + रिश्ते में प्रगति)
सिंह (Leo) – शुक्र लग्न में, मंगल पराक्रम भाव में, आत्मविश्वास और आकर्षण बढ़ेगा।
धनु (Sagittarius) – भाग्य, करियर, लाभ तीनों मजबूत।
वृषभ (Taurus) – घर-परिवार व शिक्षा/संतान पक्ष में लाभ।
कुम्भ (Aquarius) – दाम्पत्य सुख और भाग्य वृद्धि।

इन पांच राशि वालों को मिश्रित फल प्राप्त होगा

(कुछ क्षेत्रों में लाभ, कुछ में चुनौतियाँ)
मेष (Aries) – प्रेम/शिक्षा में लाभ, पर दाम्पत्य में तनाव।
मिथुन (Gemini) – भाई-बहन/यात्रा में लाभ, पर प्रेम/बच्चों में तनाव।
कर्क (Cancer) – धन/वाणी में लाभ, पर माता/घर में तनाव।
मकर (Capricorn) – करियर व भाग्य मजबूत, पर स्वास्थ्य पर बोझ।
वृश्चिक (Scorpio) – करियर व लाभ अच्छे, पर खर्च बढ़ेगा।

इन तीन राशि वालों को हानि अथवा तनाव की संभावना

(स्वास्थ्य, खर्च, अचानक घटनाएँ या झगड़े का योग)
कन्या (Virgo) – आत्मबल अच्छा, पर खर्च व वाणी पर नियंत्रण नहीं रहेगा।
तुला (Libra) – गुस्सा और ऊर्जा अधिक, पर खर्च और विदेश सम्बन्धी दिक़्क़त।
मीन (Pisces) – दाम्पत्य सुधार, पर अचानक घटनाएँ और स्वास्थ्य समस्या। 

शुक्र व केतु का सिंह राशि में संयोजन का असर 

१५ सितम्बर २०२५ से शुक्र (Venus) व केतु (Ketu) का सिंह राशि (Leo) में संयोजन लगभग १ महीने (१० अक्टूबर २०२५ तक) रहेगा।
शुक्र = प्रेम, कला, सौंदर्य, भोग-सुख, धन।
केतु = वैराग्य, रहस्य, अतीत, अधूरी इच्छाएँ, त्याग।
जब ये दोनों एक साथ हों, तो प्रेम/संबंधों में अचानक उतार-चढ़ाव, कला/रचनात्मकता में विचित्र प्रयोग, और धन-सौंदर्य की ओर से वैराग्य जैसी स्थिति पैदा होती है। अब देखते हैं इसका १२ राशियों पर क्या प्रभाव होगा:-

मेष (चु, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ): पंचम भाव में संयोजन के कारण प्रेम संबंधों में भ्रम या गलतफहमी, पर कला/रचनात्मक कार्य में नई दिशा। सलाह: प्रेम में जल्दबाज़ी न करें।

वृषभ (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो): चतुर्थ भाव में यह योग पारिवारिक शांति में उतार-चढ़ाव ला सकता है। संपत्ति या वाहन संबंधी निर्णय सोच-समझकर लें। सलाह: घर-परिवार में संवाद बढ़ाएँ।

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह): तृतीय भाव में संयोजन से मित्रों/भाई-बहनों से दूरी या गलतफहमी, पर लेखन, संचार और मीडिया कार्यों में रचनात्मक अवसर। सलाह: रिश्तों में पारदर्शिता रखें।

कर्क (हि, हु, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो): द्वितीय भाव में योग वाणी और वित्त पर असर डालेगा। वाणी में कटुता रिश्तों को बिगाड़ सकती है। आय में उतार-चढ़ाव संभव। सलाह: शब्दों का संयम और खर्च में सावधानी रखें।

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे): लग्न में शुक्र–केतु का मेल व्यक्तित्व को रहस्यमय बना सकता है। आकर्षण तो बढ़ेगा, पर निर्णय क्षमता कमजोर हो सकती है। सलाह: आत्मविश्वास बनाए रखें और भ्रम से बचें।

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो): द्वादश भाव में संयोजन अचानक खर्च, विदेश संबंधी मामलों में अड़चन, या गुप्त प्रेम प्रकरण का संकेत। सलाह: अनावश्यक खर्च टालें, स्वास्थ्य पर ध्यान दें।

तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते): एकादश भाव में यह योग मित्रों से संबंध बिगाड़ सकता है, पर नए अवसर भी दिला सकता है। लाभ में असमानता रहेगी। सलाह: मित्र मंडली में सतर्क रहें।

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू): दशम भाव में संयोजन करियर में असमंजस ला सकता है। अधिकारी से मतभेद या अचानक दिशा बदलने का विचार। सलाह: जल्दबाज़ी में नौकरी या बिज़नेस का निर्णय न लें।

धनु (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे): नवम भाव में योग से भाग्य और धर्म से जुड़े कार्यों में अस्थिरता। यात्रा में बाधा या गुरुजनों से मतभेद संभव। सलाह: विश्वास और धैर्य बनाए रखें।

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी): अष्टम भाव में यह मेल गुप्त शत्रुओं या स्वास्थ्य संबंधी परेशानी ला सकता है। रहस्यमय अनुभव भी मिलेंगे। सलाह: स्वास्थ्य की अनदेखी न करें, गुप्त सौदों से दूर रहें।

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा): सप्तम भाव में संयोजन दांपत्य/साझेदारी में भ्रम या दूरी पैदा कर सकता है। पर, कला और सार्वजनिक छवि में आकर्षण बढ़ेगा। सलाह: जीवनसाथी से संवाद स्पष्ट रखें।

मीन (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची): षष्ठ भाव में यह योग स्वास्थ्य और शत्रुओं से संबंधित होगा। पेट/हार्मोन संबंधी परेशानी, कार्यक्षेत्र में मतभेद। सलाह: जीवनशैली संतुलित रखें और वाद-विवाद से बचें।

सारांश
सबसे अधिक प्रभावित राशियाँ: सिंह, तुला, वृश्चिक, कुम्भ।
सावधानी वाली राशियाँ: कर्क, मकर, कन्या।
थोड़ा सकारात्मक परिणाम: वृषभ, मिथुन, धनु, मीन, मेष।

डिस्क्लेमर:- यह राशिफल केवल उन लोगों के लिए है जो उत्तर भारतीय ज्योतिष और चंद्र की राशि को मान्य करते हैं। यदि आप किसी अन्य ज्योतिष विद्या को मान्य करते हैं अथवा ज्योतिष को नहीं मानते तो कृपया नजरअंदाज करें।
भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
Facebook पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!