इंदौर चूहा कांड अर्थात Indore के MY Hospital में चूहों के द्वारा मासूम लड़की की उंगलियां कुतर लेने के मामले में डिप्टी सीएम श्री राजेंद्र शुक्ल ने चार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है और एक महिला अधिकारी को मानसिक चिकित्सालय ट्रांसफर कर दिया है। शेष सभी वरिष्ठ डॉक्टर एवं अधिकारी बच गए। उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
पूरी कार्यवाही निष्पक्षता, पारदर्शिता एवं तथ्यों के आधार पर की जाए: डिप्टी सीएम
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने मंत्रालय, भोपाल में इंदौर में घटित चूहे काटने की घटना पर की गई कार्रवाई की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि पूरी कार्यवाही निष्पक्षता, पारदर्शिता एवं तथ्यों के आधार पर की जाए। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएँ स्वास्थ्य सेवाओं की छवि को धूमिल करती हैं, दोषी व्यक्तियों की पहचान कर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिये कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रभावी रोकथाम उपाय तुरंत लागू किए जाएँ।
इन अधिकारियों को नोटिस देकर डिपार्मेंटल इंक्वारी से बचा लिया
अस्पताल अधीक्षक डॉ. अशोक यादव, प्रो. एवं विभागाध्यक्ष डॉ. बृजेश लाहोटी, प्रो. डॉ. मनोज जोशी एवं सहायक प्रभारी नर्सिंग अधिकारी श्रीमती कलावती भलावी को उक्त घटना के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। इस प्रकार बड़ी ही चतुराई के साथ उपरोक्त सभी अधिकारियों को डिपार्मेंटल इंक्वारी से बचा लिया गया है। सभी अधिकारी निर्धारित समय सीमा में कारण बता देंगे और मामला शांत हो जाने के बाद अधिकारियों के कारण को संतोषजनक मानकर फाइल क्लोज कर दी जाएगी। मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में ऐसा ही होता है।
सिर्फ इन अधिकारियों के खिलाफ डिपार्टमेंटल इंक्वारी की संभावना
सहायक अधीक्षक एवं भवन प्रभारी डॉ. मुकेश जायसवाल, प्रभारी नर्सिंग अधिकारी सुश्री प्रवीणा सिंह, नर्सिंग अधिकारी सुश्री आकांक्षा बेंजामिन एवं सुश्री श्वेता चौहान को निलंबित किया गया है। अब डिपार्टमेंट को निर्धारित समय सीमा के भीतर उपरोक्त सभी अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र जारी करने होंगे। इसके बाद विभागीय जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
प्रेमलता को मानसिक चिकित्सालय भेजा
नर्सिंग अधीक्षक श्रीमती मार्गरेट जोसफ को पद से हटाया गया है तथा नर्सिंग अधिकारी श्रीमती प्रेमलता राठौर का स्थानांतरण मानसिक चिकित्सालय में किया गया है।
बैठक में उपस्थित
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि अस्पताल परिसरों की स्वच्छता, सुरक्षा और मरीजों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री संदीप यादव, आयुक्त श्री तरुण राठी, तथा एम.डी. एम.पी. पब्लिक हेल्थ सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड श्री मयंक अग्रवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। रिपोर्ट: शैलेंद्र पटेल, भोपाल।