माननीय मुख्यमंत्री जी, मध्य प्रदेश के 900000 अतिथि शिक्षक पिछले तीन माह से मानदेय भुगतान न होने के कारण परेशान हैं। इसका मुख्य कारण ट्रायल पर चल रहे "हमारे शिक्षक ऐप" की तकनीकी खराबी से ऑनलाइन ई-अटेंडेंस न लग पाना और ऑफलाइन शाला पंजी के हस्ताक्षर वाली उपस्थिति की उलझन है। इसके फलस्वरूप, मानदेय भुगतान अब तक सरकार द्वारा नहीं किया गया है।
DPI ने 5 तारीख को सैलरी का आर्डर जारी कर दिया था
नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के बाद जुलाई, अगस्त तथा सितंबर माह बीतने को हैं, लेकिन अब तक मानदेय भुगतान सरकार द्वारा नहीं किया गया है। जबकि 4 सितंबर 2025 को डीपीआई द्वारा आदेश जारी किया गया था कि अतिथि शिक्षकों का मानदेय हर माह की 5 तारीख तक कर दिया जाए तथा जुलाई-अगस्त माह का मानदेय 10 सितंबर तक भुगतान कर दिया जाएगा। लेकिन 26 सितंबर होने के बाद भी मानदेय भुगतान की कार्रवाई लंबित है। जिसके कारण हजारों अतिथि शिक्षक आर्थिक तंगी का शिकार हो रहे हैं। उनके पास अपने परिवार के भरण-पोषण, बच्चों की शिक्षा तथा बुजुर्गों की दवाइयों के पैसे भी नहीं बचे हैं।
माननीय मुख्यमंत्री जी, अतिथि शिक्षकों का इतना शोषण मत कीजिए। कृपया जल्द से जल्द, एक या दो दिनों में सभी अतिथि शिक्षकों का मानदेय भुगतान करवाइए। अन्यथा, अतिथि शिक्षक मानसिक एवं आर्थिक रूप से बहुत अधिक प्रताड़ित हो रहे हैं और यह सरकार की अतिथि शिक्षकों के प्रति दुर्भावना को भी प्रदर्शित कर रहा है।
पत्र लेखक: अभय गुप्ता, अतिथि शिक्षक।