मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में बिजली कंपनी में काम करने वाले आउटसोर्स कर्मचारी को बिना किसी गलती के नौकरी से निकाला जा रहा है और उनके स्थान पर नहीं कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है। पुराने कर्मचारियों से कहा जा रहा है कि यदि नौकरी पर बने रहना है तो रिश्वत देनी होगी। यह तमाम आरोप आउटसोर्स कर्मचारी द्वारा लगाए गए और प्रदर्शन किया गया। पढ़िए, श्री हर्षित दुबे की रिपोर्ट:-
Chhindwara News: ₹70000 में आउटसोर्स कर्मचारी की नियुक्ति?
राकेश साबले, जिला अध्यक्ष, आउटसोर्स कर्मचारी बिजली विभाग ने बताया कि, बिजली कंपनी में आउटसोर्स पर हो रही कर्मचारियों की भर्ती में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। कर्मचारियों की नियुक्ति कराने लिए 70 हजार की बात की जा रही है। बिना कारण के लड़कों को नौकरी से निकाला जा रहा है और नए लड़कों से 50 से 80 हजार रुपए लेकर भर्ती किया जा रहा है। साथ ही डॉक्यूमेंट्स सत्यापन को लेकर लगभग 40 कर्मचारियों को कारण बताओ लेटर पर्सनली उनके व्हाट्सएप नंबर पर भेजकर वाट्सअप कॉलिंग कर पैसों की डिमांड की जा रही है।
दिनेश गुप्ता और नवनीत शुक्ला धमका रहे हैं
राकेश साबले का कहना है कि, पर्सनली आउटसोर्स कर्मचारियों को बुला कर उनसे पैसों की डिमांड की जा रही हैराकेश साबले नही देने पर नौकरी से निकालने का लेटर भी जारी किया जा रहा हैराकेश साबले इसमें क्यूस कंपनी बैंगलोर की है इसके एरिया मैनेजर दिनेश गुप्ता, एवं उनका पुराना सहयोगी नवनीत शुक्ला मिलकर कर्मचारियों को धमका रहे है।
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