वह एक फिल्मी डायलॉग है ना कि यदि पुलिस चाहे तो, कोई मंदिर से एक चप्पल चोरी नहीं कर सकता। भोपाल में बिल्कुल ऐसा ही हुआ है। मोबाइल स्नेचिंग की घटना हुई और 15 मिनट के भीतर लूटेरा गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि हबीबगंज पुलिस आज तक मोबाइल लुटेरे को पकड़ नहीं पाई है क्योंकि उसका रवैया शुरू से ही लचर रहा है।
सीएनजी भरवाने बैरसिया बस स्टैंड आया था
टीआई डीपी सिंह के मुताबिक दीपक साहू (22) निवासी करोंद निशातपुरा इलाके में स्थित एक गार्मेंट्स शॉप में काम करता है। रविवार की सुबह अपने चाचा के साथ कार में सीएनजी भरवाने बैरसिया बस स्टैंड आया था। गैस भरवाने के बाद चाचा कार से उतारकर पेमेंट दे रहा था, इसी बीच युवक कार की अगली सीट पर बैठकर मोबाइल फोन चला रहा था।
पुलिस ने नहीं पूछा कि नंबर नोट क्यों नहीं किया
इस दौरान उसने कार का विंडो खोल रखा था। तभी एक अज्ञात युवक आया, उसने दीपक के हाथ से मोबाइल फोन झपटा और फरार हो गया। युवक ने कार से उतरकर शोर मचाया, आरोपी का पीछा किया। पास में मौजूद पुलिस को मामले की जानकारी दी। तब पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। दीपक की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। सबसे अच्छी बात है कि यहां पर पुलिस ने पीड़ित से यह नहीं पूछा कि, खिड़की खोल के मोबाइल क्यों चला रहे थे, लुटेरे की गाड़ी का नंबर नोट क्यों नहीं किया। रिपोर्ट: सत्येंद्र सरल।