मध्य प्रदेश के भिंड जिले में कलेक्टर और विधायक के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए लिखित आवेदन दिए गए हैं। यह दोनों आवेदन कलेक्टर और विधायक ने एक दूसरे के खिलाफ दिए हैं। कोतवाली थाना पुलिस ने इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से निर्देश मांगे हैं।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव का विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह पर आरोप
शिकायत में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बताया है कि विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह बलपूर्वक उनके घर के अंदर घुस आए। उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और उनका मोबाइल फोन छीन लिया। करीब चार घंटे तक मोबाइल विधायक के पास ही रहा। इस दौरान 40 से ज्यादा कॉल आए लेकिन रिसीव नहीं हुए। जिले के सत्ताधारी दल के एक विधायक ने 8 बार, पूर्व मंत्री ने 4-5 बार, पार्टी पदाधिकारियों ने 3-4 बार फोन मिलाया। प्रदेश के एक बड़े नेता का कॉल भी आया। प्रशासनिक अफसर भी लगातार संपर्क साधते रहे। इसी बीच वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का फोन कलेक्टर के मोबाइल पर आया, जिसे किसी और ने रिसीव किया। आखिरकार दोपहर करीब 3 बजे कोतवाली पुलिस के माध्यम से मोबाइल कलेक्टर को लौटाया गया।
विधायक नरेंद्र कुशवाह का कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव पर आरोप
विधायक नरेंद्र कुशवाह का कहना है कि, कलेक्टर ने उनकी हत्या करवाने की धमकी दी है। विधायक ने वह वीडियो भी दिया है जिसमें कलेक्टर विधायक को उंगली दिखा रहे हैं। हालांकि इस वीडियो में ऑडियो भी है और यही वीडियो वायरल हुआ था।
मामला क्या है: 27 अगस्त की घटना का विवरण
दरअसल विधायक और कलेक्टर के बीच पहले से ही विवाद की स्थिति बनी हुई थी। 27 अगस्त को विधायक को मौका मिल गया। कुछ किसान खाद की समस्या को लेकर उनसे मिलने के लिए आ गए। विधायक किसानों को साथ में लेकर कलेक्टर के घर पहुंच गए। कलेक्टर बीमार थे इसलिए अपने घर पर ही थे। जब उन्होंने पता चला कि विधायक, कुछ किसानों को लेकर आए हैं तो वह दरवाजे पर मिलने के लिए आ गए। जैसे ही कलेक्टर और विधायक का आमना-सामना हुआ, विधायक ने किसानों की समस्या को छोड़कर दूसरे मामले पर बहस करना शुरू कर दिया। इस दौरान विधायक ने कलेक्टर को हाथ से धक्का देकर पीछे कर दिया। जवाब में कलेक्टर ने उंगली दिखाते हुए औकात में रहने के लिए कहा। इसके बाद स्थिति नियंत्रण से बाहर होने लगी। विधायक ने कलेक्टर को करने के लिए मुक्का उठा लिया। यह देखकर दोनों पक्ष के सिक्योरिटी गार्ड एक्टिव हो गए।
विधायक धरने पर बैठे रहे, सीएम हाउस से फोन आने के बाद उठे
घटना के बाद विधायक अपने समर्थकों संग 4-5 घंटे तक कलेक्टर बंगले पर धरने पर बैठे रहे। पुलिस अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। मुख्यमंत्री निवास से आए फोन पर विधायक की नाराजगी दूर हुई और वे वहां से उठे।
आईएएस एसोसिएशन ने भी जताया विरोध
मामले पर आईएएस एसोसिएशन ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए प्रमुख सचिव से मुलाकात की। भिंड में कार्यरत रह चुके आईएएस अधिकारी इलैया राजा टी और रश्मि अरुण शमी समेत कई अधिकारियों ने अपनी राय रखी। इसके बाद एसोसिएशन ने आधिकारिक विरोध दर्ज किया।