राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल का कैंपस किसी जमाने में प्रैक्टिकल और प्रोटोटाइप के लिए फेमस हुआ करता था परंतु आजकल माफिया गिरी और गैंगवार की खबरें आती रहती हैं। कैंपस में छात्रों की कई गैंग सक्रिय है। खुद को सबसे बड़ा डॉन बताने के लिए आपस में हिंसा करते रहते हैं। बीती रात यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (यूआईटी) के बाल्टिक हॉस्टल और स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर (एसओए) हॉस्टल के छात्रों के बीच में गैंगवार हुई। लोहे की रोड और डंडे इत्यादि से छात्रों ने एक दूसरे पर हमला किया। कई छात्र घायल हुए हैं। पुलिस को इस घटना का वीडियो भी दिया गया है।
पढ़ाई के लिए नहीं बल्कि लड़ाई के लिए विवाद शुरू किया
जानकारी के अनुसार, विवाद की शुरुआत एक फोन कॉल से हुई। बताया जा रहा है कि एक छात्र ने फोन कॉल पर बात करने को लेकर दूसरे को टोका, जिसके बाद कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते यह मामला दोनों हॉस्टलों तक पहुंच गया। रात करीब 11 बजे बाल्टिक और एसओए हॉस्टल के छात्र सड़क पर उतर आए। कुछ ही देर में दोनों गुट आमने-सामने आ गए और लाठी-डंडों से एक-दूसरे पर हमला करने लगे। सब कुछ ऐसे हुआ जैसे दोनों पक्ष लड़ने के लिए पहले से तैयार थे। किसी बहाने का इंतजार कर रहे थे। कोई बहाना नहीं मिला तो खुद बहन पैदा कर लिया।
मारपीट में कई छात्रों के चोटिल होने की जानकारी सामने आई है, हालांकि गंभीर चोट की पुष्टि नहीं हुई है। कैंपस में अफरा-तफरी मच गई। कुछ छात्रों ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन तब तक स्थिति बेकाबू हो चुकी थी।
कमजोर मैनेजमेंट का घिसा पिटा बयान
घटना को लेकर यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने सफाई दी है। प्रबंधन का कहना है कि यह रैगिंग का मामला नहीं है, बल्कि छात्रों के बीच आपसी विवाद है। संबंधित छात्रों को समझाइश दी जाएगी। हॉस्टल और कैंपस में अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिए गए हैं ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। घटनाक्रम का वीडियो सामने आया है। फुटेज में साफ दिख रहा है कि छात्र एक-दूसरे को डंडों से पीट रहे हैं। शिकायतकर्ता छात्र ने भी घटना की रिकॉर्डिंग प्रशासन को सौंपी है। आरजीपीवी प्रशासन ने कहा है कि वीडियो और शिकायत के आधार पर दोषी छात्रों की पहचान की जा रही है। आज दोनों पक्षों से पूछताछ होगी और नियमों के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आरजीपीवी कैंपस में आए दिन गुंडागर्दी होती है
आरजीपीवी में यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी छात्रों के बीच मारपीट, रैगिंग और ग्रुप क्लैश की घटनाएं सामने आती रही हैं। हालांकि प्रशासन हर बार सुरक्षा बढ़ाने का दावा करता है, लेकिन बड़े पैमाने पर सख्त कदम उठाने की जरूरत है। हॉस्टल में रहने वाले कुछ छात्रों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि इस तरह की घटनाओं से उनमें डर का माहौल बनता है। उन्होंने कहा कि हम पढ़ाई के लिए हॉस्टल में रहते हैं, न कि झगड़े के लिए।