ऑपरेशन सिंदूर के बाद कर्नल सोफिया के बारे में आपत्तिजनक बयान देने वाले मंत्री विजय शाह आज केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे। दिनांक 15 अगस्त को वह मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में ध्वजारोहण करेंगे और 18 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में उनके खिलाफ मामले में सुनवाई होनी है। इस बार SIT की रिपोर्ट आने की भी उम्मीद है।
विजय शाह को मंत्री पद से हटाया जा सकता है?
सूत्रों का कहना है कि पार्टी में विजय शाह को मंत्री पद से हटा दिए जाने पर विचार किया जा रहा है। विचार का बिंदु यह है कि यदि विजय शाह को मंत्री पद से हटा दिया जाए तो समझ में क्या संदेश जाएगा और मध्य प्रदेश में आदिवासी मतदाताओं के बीच में क्या स्थिति बनेगी। हालांकि इससे पहले भी जब विजय शाह ने तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के परिवार के विषय में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। तब उन्हें पद से हटा दिया गया था। उन्होंने बगावत की धमकी भी दी थी परंतु उसका कोई असर नहीं हुआ।
SIT की रिपोर्ट पर निर्भर करेगा विजय शाह का भविष्य
सुप्रीम कोर्ट ने मंत्री विजय शाह के बयान की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम गठित करवाई थी। पिछली तारीख में एसआईटी ने बताया था कि वह 13 अगस्त को अपनी जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत कर देगी। इसके ठीक एक दिन पहले 12 अगस्त को दिल्ली में विजय शाह और अमित शाह की मुलाकात हुई है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि, इस मामले के विषय में विचार किया गया है, और निर्णय की स्थिति बनी है।
मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह का विवादित बयान
मंत्री विजय शाह ने 11 मई को इंदौर के महू के रायकुंडा गांव में आयोजित हलमा कार्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा था:-
'उन्होंने कपड़े उतार-उतार कर हमारे हिंदुओं को मारा और मोदी जी ने उनकी बहन को उनकी ऐसी की तैसी करने उनके घर भेजा। अब मोदी जी कपड़े तो उतार नहीं सकते। इसलिए उनकी समाज की बहन को भेजा, कि तुमने हमारी बहनों को विधवा किया है, तो तुम्हारे समाज की बहन आकर तुम्हें नंगा करके छोड़ेगी। देश का मान-सम्मान और हमारी बहनों के सुहाग का बदला तुम्हारी जाति, समाज की बहनों को पाकिस्तान भेजकर ले सकते हैं।'