मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी को धाकड़ समाज के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। उन्होंने अपने एक आपत्तिजनक बयान के लिए धाकड़ समाज से माफी मांगी। इसके बाद भी प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए और उन्होंने जीतू पटवारी की कार के शीशे तोड़ दिए। वह रविवार को रतलाम में 'वोट चोर, गद्दी छोड़' जनसमर्थन यात्रा में पहुंचे थे।
जीतू पटवारी का वह बयान जिस पर धाकड़ समाज भड़क गया
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी ने कहा था कि, "आपने धाकड़ कांड सुना था मंदसौर में हाईवे पर। देखा था भाजपा नेता का। उससे बड़ा कांड मंदसौर बीजेपी नेता ने किया। जल्द आपको फोटो-वीडियो मिलेंगे। ये संस्कार है भाजपा के"। श्री जीतू पटवारी के इस बयान को प्रेशर क्रिएट करने वाला बयान माना गया, जो अक्सर पॉलिटिकल ब्लैकमेलिंग के लिए दिया जाता है। इसके अलावा धाकड़ समाज इसलिए नाराज था क्योंकि श्री जीतू पटवारी ने अपने बयान में "धाकड़ कांड" बोला था। धाकड़ समाज के प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यदि कोई व्यक्ति, अपराध कर रहा है तो उसके लिए समाज जिम्मेदार नहीं होता है।
कांग्रेस ने एफआईआर करवाई लेकिन नाम नहीं बताया
जीतू पटवारी पर हमले के बाद कांग्रेस के प्रदेश महासचिव किशन सिंघाड़ की रिपोर्ट पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। पुलिस ने अभी सिर्फ अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की है। एएसपी राकेश खाखा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इस मामले में यह भी देखना होगा कि क्या प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दिए गए बयान के विरोध में प्रदेश अध्यक्ष की गाड़ी तोड़ देने पर पार्टी का महासचिव मामला दर्ज करवा सकता है?।
मंदसौर के दो नेताओं के आपत्तिजनक कांड
बता दें कि करीब 3 महीने पहले भाजपा से जुड़े नेता मनोहर धाकड़ का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वे मंदसौर जिले में दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस-वे पर महिला मित्र के साथ आपत्तिजनक हरकतें करते और डांस करते नजर आए थे। वहीं दो दिन पहले मंदसौर के ही अफजलपुर के बड़वन गांव में देवीलाल धाकड़ नाम के शख्स को पशु के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
जीतू पटवारी ने मुद्दे को मोड़ने की कोशिश की
जनसमर्थन यात्रा शहीद चौक पहुंची। यहां आमसभा को संबोधित करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि वे नशे के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, इसलिए मुख्यमंत्री मोहन यादव उनकी हत्या कराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि रतलाम आने पर भाजपा मंडल अध्यक्ष और कार्यकर्ताओं से उन पर हमला कराया गया। उनके पुतले भी जलाए जा रहे हैं। जबकि उनके खिलाफ जो प्रदर्शन और हिंसा की कार्रवाई हुई है, वह "धाकड़ कांड" बोलने के कारण हुई है।
श्री जीतू पटवारी कितने सही हैं, सिर्फ दो बिंदुओं से प्रमाणित हो जाता है। पहले उन्होंने अपने ऊपर हुए कथित जानलेवा हमले का वीडियो पोस्ट नहीं किया और दूसरा उन्होंने अपनी हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज नहीं करवाया। इस मामले में आपका क्या कहना है और क्या आपके पास कोई नई जानकारी है, तो कृपया नीचे कमेंट बॉक्स में दर्ज कीजिए।
न्यूज़ सोर्स:- सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो, श्री जीतू पटवारी एवं रतलाम पुलिस का बयान।