भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने मूंग और उड़द उपार्जन नीति 2025 के तहत किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीद का वायदा किया था। नीति के अनुसार, 30 जुलाई तक स्लॉट बुकिंग और 8 अगस्त तक खरीदी होनी थी। लेकिन सरकार ने 24 जुलाई को अचानक स्लॉट बुकिंग (पंजीयन)बंद कर दिया, फिर सूचना जारी हुई कि कुछ समय उपरांत स्लॉट (पंजीयन) फिर प्रारंभ होगा, इसके बाद 29 जुलाई को सरकार द्वारा इस आशय से घोषणा कर बताया कि अब मूंग पंजीयन नहीं होगा। परिणामस्वरूप मूंग के दाम मंडी में एकदम से गिर गए। फिर, 31 जुलाई को स्लॉट (पंजीयन) पुनः:मात्र एक दिन के लिए खोला गया।
किसान के साथ तो धोखा हुआ है
किसान कांग्रेस का आरोप है कि काला बाजारी करने वाले और भारतीय जनता पार्टी के समर्थक एजेंटों के लिए मूंग पंजीकरण पुनः एक दिन के लिए खोला गया, ताकि सस्ते दाम में किसान का शोषण कर मूंग कालाबाजारी खरीद सकें, हताशा में किसान औने पौने दाम में कालाबाजारी को अपनी उपज बेचकर शोषण का शिकार हो गया। फिर कालाबाजारी समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद में किसानों के नाम से तुलाई करवा सकें और करोड़ों के वारे न्यारे हो सके। यह कदम प्रदेश के लाखों किसानों के साथ घोर विश्वासघात है।
खाद संकट से किसान परेशान
किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री धर्मेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि, पूरे प्रदेश में खाद का गंभीर संकट है। कहीं भी डीएपी, यूरिया और नैनो खाद सरकारी सेंटरों या गोदामों में उपलब्ध नहीं है। दूसरी ओर, प्राइवेट दुकानों पर ये खाद ऊँचे दामों पर बिक रही है। खाद की भी कालाबाजारी हो रही है। सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही, जिससे किसानों की परेशानी में इजाफा हो रहा है। मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस का आरोप है कि जानबूझकर खाद का संकट उत्पन्न किया जा रहा है ताकि एक बार फिर किसानों को मूंग के बाद डीएपी यूरिया खाद में लूट सकें।
किसान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष धर्मेन्द्र चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा कि खाद संकट वास्तविक नहीं है,निजी विक्रेता खाद को मनमाने दाम पर बेच रहे हैं, प्रत्येक बोरी खाद पर निर्धारित दामों से अधिक में खाद उपलब्ध है, किंतु सरकारी गोदाम व सहकारी समितियों में उपलब्ध नहीं है। यूरिया की किल्लत से धान उत्पादक किसान परेशान है, काम्प्लेक्स खाद डीएपी के स्थान पर उपयोग हेतु बाध्य किया जा रहा है। अब काम्प्लेक्स की भी किल्लत देखने को मिल रही है। लगभग एक दर्जन जिलों में किसान लंबी लंबी कतार लगाए बैठे हैं, हाईवे जाम कर रहे हैं लेकिन सरकार गलती मानने की जगह कांग्रेस पर दोषारोपण कर रही है।
चौहान ने सवाल करते हुए कहा कि सरकार यह मानना ही नहीं चाहती है कि खाद की कमी के कारण किसान परेशान है उत्पादन प्रभावित हो रहा है तो फिर खाद की कमी कैसे दूर होगी?
अन्नदाता अब मालिक के भरोसे है
कांग्रेस किसानों के साथ हो रही दिन उजियार में इस रूट को बर्दाश्त नहीं करेगी। हम मांग करते हैं कि सरकार तत्काल स्लॉट बुकिंग फिर से शुरू करे और मूंग व उड़द की खरीदी 31 अगस्त तक विधिवत जारी रखे, ताकि किसानों को लाभ और न्याय मिले तथा काला बाजारीयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
खाद संकट को दूर करने के लिए तत्काल ३ दिवस में हर किया जाए। और सरकार किसानों की मूंग व उड़द का एक-एक दाना खरीदे। यदि सरकार किसानों के साथ धोखा करेगी, तो हम हर मोर्चे पर किसानों के साथ खड़े रहेंगे। पूरे प्रदेश के किसान एकजुट होकर इसके खिलाफ एक बड़ा आंदोलन सड़कों पर किया जाएगा।