RGPV BHOPAL के बाद अब devi Ahilya Vishwavidyalay Indore में भी गुंडागर्दी शुरू हो गई है। इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के हॉस्टल में जूनियर छात्रों की रैगिंग के दौरान ऐसी शर्मनाक करतूत की गई है कि, भारतीय न्याय संहिता 2023 लिखने वालों ने भी इस प्रकार के अपराध के बारे में कभी सोचा ही नहीं था। हर कोई इस मामले में कठोर दंड की मांग कर रहा है ताकि ऐसी हरकत दोबारा ना हो।
उसका चेहरा कमोड में डालकर फ्लश चालू कर दिया
इस केस को भंवरकुआं पुलिस द्वारा इन्वेस्टिगेट किया जा रहा है। पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की है परंतु शिकायत के आधार पर घटना की पुष्टि के लिए इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दी है। शिकायत में बताया गया है कि, इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के हॉस्टल में गुरुवार की रात अचानक थर्ड ईयर और 4th ईयर के सीनियर्स फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट की रैंकिंग करने लगे। कई स्टूडेंट्स के साथ मारपीट की गई। इनमें से एक स्टूडेंट ने जब विरोध किया तो उसका चेहरा कमोड में डालकर फ्लश चालू कर दिया। फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट ने अपनी शिकायत में रैगिंग करने वाले स्टूडेंट्स के नाम भी बता दिए हैं।
DAVV INDORE में रैगिंग के आरोप में 6 सीनियर स्टूडेंट्स हॉस्टल से निष्कासित
आईईटी में जूनियर स्टूडेंट्स के साथ मारपीट की एक घटना 19 अगस्त को भी हुई थी। मामले में जांच के बाद आईईटी प्रबंधन ने 22 अगस्त को 6 सीनियर स्टूडेंट्स को हॉस्टल से निष्कासित किया है। पीड़ित स्टूडेंट्स ने बीटेक थर्ड और फोर्थ ईयर के स्टूडेंट्स पर मारपीट का आरोप लगाते हुए यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) से शिकायत की थी। यूजीसी ने विवि प्रबंधन से जांच करने को कहा था। मारपीट करने वाले स्टूडेंट्स सी हॉस्टल के थे।
हॉस्टल में कांड हो गया डायरेक्टर को पता ही नहीं
आईईटी के प्रभारी डायरेक्टर डॉ. प्रतोष बंसल ने कहा का कहना है कि, पहला मामला रैगिंग का नहीं है। इसमें सीनियर्स ने परिचय प्राप्त करने के नाम पर बदसलूकी की है। 6 स्टूडेंट्स को हॉस्टल से निष्कासित किया है। दूसरे मामले की पूरी जानकारी नहीं है। जानकारी मिलने पर कुछ कह पाएंगे। वैसे जूनियर ने पुलिस से शिकायत की है। (कितनी अजीब बात है, हॉस्टल में इतना बड़ा कांड हो गया और डायरेक्टर को पता ही नहीं है। ऐसे डायरेक्ट से प्रभार वापस ले लेना चाहिए।)
DAVV NEWS: रीवा से पढ़ने आए स्टूडेंट के साथ मारपीट
आईईटी के प्रभारी डायरेक्टर डॉ. प्रतोष बंसल ने बताया, घटना शुक्रवार शाम 4 बजे की है। पीड़ित थर्ड ईयर का स्टूडेंट है। वह हॉस्टल गया था, तभी फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स से उसका इंटरेक्शन हुआ और बात बढ़ गई। पीड़ित रीवा का रहने वाला है और यहां अलग से कमरा लेकर पढ़ाई कर रहा है। उसका आरोप है कि सीनियर्स ने उसे पीटा और कमरे में ले गए, वहां भी पीटा। घटना के समय हमारे कर्मचारी भी पहुंच गए थे और पीड़ित को लेकर आए। तब तक उसने अपने भाई को फोन कर दिया था।
प्रभारी डायरेक्टर ने बताया, पीड़ित का भाई पुलिस को लेकर आया। स्टूडेंट ने शिकायत दे दी है। हम जांच के लिए आंतरिक समिति बना रहे हैं। सोमवार तक जांच कर ली जाएगी। अनुशासन से जुड़ा मामला होने के कारण विवि के प्रॉक्टोरियल बोर्ड की अनुशासन समिति को जांच भेजी जाएगी। शिकायत सही पाई जाती है, तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। स्टूडेंट्स ने एफआईआर की है, उसकी शिकायत की कॉपी मेरे पास नहीं है। टीआई से उसे लेने का प्रयास करेंगे।
रैगिंग नहीं हुई लेकिन एंटी रैगिंग कमेटी ने 6 स्टूडेंट्स को निष्कासित किया है
डॉ. प्रतोष बंसल ने बताया, इससे पहले 18 अगस्त की रात फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स से सेकेंड ईयर के स्टूडेंट्स ने दुर्व्यवहार किया है। ऐसा होना नहीं चाहिए, हमने तुरंत एक्शन लिया। यूजीसी की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन की माध्यम से हमें सूचना मिली थी।
हमारे शिक्षकों ने हॉस्टल जाकर फर्स्ट ईयर के सभी स्टूडेंट्स से बात की। पता चला कि सीनियर्स ने उनसे परिचय लेने का प्रयास किया। हमें लगा ये ठीक नहीं है और हमने एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक की। उसमें उन स्टूडेंट्स को हॉस्टल से निष्कासित करने का निर्णय लिया। उनके पेरेंट्स को भी इसकी जानकारी दी गई। इनमें से तीन ने हॉस्टल खाली भी कर दिया है। बाकी तीन भी खाली कर रहे हैं।