मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के छोला थाना इलाके में एक युवक की डेड बॉडी उसी के घर में मिली है। बॉडी जमीन पर पड़ी हुई थी परंतु उसके गले में उसकी वाइफ की साड़ी बंधी हुई थी। घटनास्थल से ना तो कोई सुसाइड नोट मिला है और ना ही आत्महत्या का कोई कारण स्पष्ट हुआ है। मामला एक युवक की संदिग्ध मृत्यु का है। इस तरह के मामलों को पुलिस पत्रकारों के सामने आत्महत्या और इन्वेस्टिगेशन के दौरान हत्या बताती है। सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चलेगी।
पत्नी और दो बच्चों के साथ 8 महीने पहले भोपाल आया था
पुलिस ने बताया कि युवक का नाम राकेश शाक्य और उम्र 28 वर्ष है। वह 8 महीने पहले अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ विदिशा से भोपाल में नौकरी करने के लिए आया था। छोला मंदिर थाना क्षेत्र के शिव शक्ति नगर में रहता था। उसकी पत्नी ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो तीसरी मंजिल पर एक खाली कमरे में जमीन पर राकेश की डेड बॉडी पड़ी हुई थी और उसके गले में उसकी पत्नी की साड़ी बंधी हुई थी।
राकेश की पत्नी का बयान
पत्नी ने अपने प्राथमिक बयान में बताया कि, गुरुवार की रात करीब आठ बजे राकेश, उसको खाना बनाने का बोलकर छत पर चले गए थे। खाना बनाने के बाद उसने राकेश को आवाज देकर नीचे बुलाना चाहा तो कोई जवाब नहीं मिला। तब वह छत पर पहुंची तो देखा कि पति राकेश का शव जमीन पर पड़ा हुआ है। गले में उसकी ही साड़ी का फंदा कसा हुआ था।
छोला थाना पुलिस की थ्योरी
इन्वेस्टिगेशन करने आए असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर का कहना है कि, राकेश ने अपनी पत्नी की साड़ी का फंदा बनाकर आत्महत्या करने के लिए झूल गया होगा। इस दौरान उसकी मौत हो गई होगी और बाद में साड़ी का फंदा टूट गया होगा। थाना की पुलिस के पास अपनी थ्योरी के सपोर्ट में कोई लॉजिक नहीं है लेकिन भोपाल पुलिस का अपना फार्मूला है। किसी भी मौत को या तो एक्सीडेंट या फिर आत्महत्या बात कर मीडिया की हेडलाइन से बाहर कर देते हैं और फिर हत्या मानकर इन्वेस्टिगेशन करते हैं।