भोपाल नगर निगम ने आज दो अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसमें से एक अस्पताल में डेंगू वाले मच्छर पैदा किया जा रहे थे। दूसरे अस्पताल का मेडिकल वेस्ट रायसेन रोड पर पटेल नगर कॉलोनी में खाली प्लॉट पर फेंका जा रहा था। इसके कारण इंसानों में संक्रमण और जानवरों में केमिकल रिएक्शन फैल रहा था।
नवोदय कैंसर अस्पताल में डेंगू लार्वा मिला
भोपाल शहर के वार्ड क्रमांक 6 में नवोदय कैंसर अस्पताल स्थित है। भोपाल नगर निगम की टीम ने जब इस अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया तो अस्पताल के अंदर डेंगू लार्वा पाया गया। इसका मतलब हुआ कि अस्पताल के संचालक अस्पताल के अंदर डेंगू वाले मच्छर पैदा कर रहे थे। शायद इसलिए ताकि मरीज के अटेंडर भी बीमार हो जाएं। हालांकि नगर निगम ने तो नियम के अनुसार सपोर्ट फाइन के बना दिया है लेकिन कैंसर हॉस्पिटल में सफाई के प्रति इतनी गंभीर लापरवाही, डेंगू लार्वा की मौजूदगी स्वीकार नहीं की जा सकती है। एक अस्पताल में इतनी गंदगी नहीं हो सकती है। इसे सिर्फ लापरवाही नहीं माना जाना चाहिए।
गायत्री अस्पताल वाले पटेल नगर में संक्रमण फैला रहे हैं?
भोपाल नगर निगम की टीम ने रायसेन रोड पर स्थित गायत्री अस्पताल का निरीक्षण किया। पाया गया कि अस्पताल का एक कर्मचारी पटेल नगर में खाली पड़े हुए प्लॉट पर मेडिकल वेस्ट फेंक रहा है। नगर निगम की टीम ने अस्पताल के कर्मचारियों को पकड़ा इसलिए उस पर जुर्माना लगा दिया लेकिन बात इतनी सरल नहीं है। इस मामले में यह स्वीकार नहीं किया जा सकता है कि, खाली प्लॉट पर केमिकल कचरा फेंकने की घटना आज ही हुई है, इससे पहले कभी नहीं हुई और अस्पताल के मैनेजमेंट को इसके बारे में कुछ नहीं पता होगा। मेडिकल वेस्ट को एकत्रित करने का और नष्ट करने का एक निश्चित विधान है। अस्पताल के मैनेजमेंट की जिम्मेदारी होती है कि वह इसका पालन करें। यदि कोई कर्मचारी गड़बड़ी करता है तो उसको पकड़ना और रोकना अस्पताल की जिम्मेदारी है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग को अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।