मध्य प्रदेश की विधानसभा में मानसून सत्र के तीसरे दिन आज शिवपुरी जिले की पिछोर विधानसभा के विधायक श्री प्रीतम लोधी ने पिछोर की सरकारी जमीन पर पूर्व विधायक केपी सिंह एवं उनके लोगों द्वारा किए गए अवैध कब्जे का मामला उठाया लेकिन जैसे ही नेता प्रतिपक्ष है आंख दिखाई, प्रीतम लोधी ने मुद्दा छोड़ दिया। अध्यक्ष महोदय को धन्यवाद देकर बैठ गए।
पिछोर की 5000 बीघा जमीन पर केपी सिंह का कब्जा: विधानसभा में आरोप
विधानसभा में आज पिछोर के विधायक श्री प्रीतम लोधी ने पिछोर को जिला बनाने की मांग की। उन्हें बताया गया कि मध्य प्रदेश में परिसीमन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शिवपुरी कलेक्टर की रिपोर्ट और उसके परीक्षण के आधार पर फैसला कर दिया जाएगा। इसके बाद श्री प्रीतम लोधी ने कहा कि, हमारे यहां 30 साल से कांग्रेस का विधायक (श्री लोधी ने नाम नहीं लिया लेकिन उनका तात्पर्य पूर्व विधायक श्री केपी सिंह से था) रहा है। सरकारी जमीनों पर कब्जे हैं। वन विभाग की जमीनों पर कब्जे हैं। वह भी मैंने पत्र कलेक्टर महोदय को लिखा है तो आपके माध्यम से मेरा कलेक्टर महोदय से आग्रह है कि कलेक्टर महोदय को आदेश दिया जाये कि वह जमीनें खाली करायी जायें। कम से कम 5 हजार बीघा जमीनों पर कब्जा है।
विधानसभा अध्यक्ष ने इस विषय पर सरकार की तरफ से जवाब मांगा तभी बीच में नेता प्रतिपक्ष श्री उमंग सिंघार खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि, श्री लोधी जी, जिसकी बात कर रहे हैं, उस पर सरकार को कार्यवाही करना चाहिए और 20 साल से आपकी सरकार है। यह तो आप एक व्यक्ति विशेष की बात कर रहे हैं। इसके बाद उन्होंने बड़ी चतुराई से गरीबों को पट्टे दिए जाने का मामला फिर से उठा दिया और विधायक श्री प्रीतम लोधी, अध्यक्ष महोदय को धन्यवाद देकर अपनी सीट पर बैठ गए।
श्री प्रीतम लोधी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने का मुद्दा उठा रहे थे और विधानसभा में उनके ही विषय पर अतिक्रमण हो गया। श्री लोधी अपने विषय का बचाव नहीं कर पाए।