मांडू। राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू तो कर दी गई है, लेकिन इसका सही क्रियान्वयन करना हम सभी शिक्षकों की जिम्मेदारी है। वर्तमान में शिक्षक अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं।
शिक्षकों के लिए चिंता का विषय
निजी स्कूलों से अधिक अच्छा परिणाम देने का काम भी सरकारी स्कूल कर रहे हैं। इसकी प्रशंसा प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव एवं शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह जी कई कार्यक्रमों के दौरान कर चुके हैं। शिक्षा के अधिकार नियम के तहत सरकारी स्कूलों में आरटीई के तहत 25 प्रतिशत विद्यार्थियों का प्रवेश नियम से होने के कारण सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। इसका परिणाम यह हो रहा है कि प्रदेश के हजारों स्कूल बंद होने के कगार पर हैं। यह हम सभी शिक्षकों के लिए चिंता का विषय है। यह बात राज्य शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश यादव ने जैन धर्मशाला, मांडू में आयोजित दो दिवसीय प्रांतीय बैठक एवं चिंतन शिविर के प्रथम दिवस पर कही।
ई-अटेंडेंस केवल शिक्षक समुदाय पर ही क्यों
श्री यादव ने कहा कि शिक्षक लगातार स्कूलों में बेहतर शिक्षा देने का काम कर रहे हैं, लेकिन ई-अटेंडेंस जैसी व्यवस्था शिक्षकों पर थोपना उनके कर्तव्यों पर प्रश्नचिह्न लगाने जैसा है। उन्होंने कहा कि ई-अटेंडेंस जैसी व्यवस्था केवल शिक्षक समुदाय पर ही क्यों लागू की जा रही है? यह व्यवस्था सभी अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी लागू होनी चाहिए। श्री यादव ने चिंतन शिविर में प्रदेश भर से शामिल हुए प्रदेश कार्यकारिणी पदाधिकारियों, जिला एवं ब्लॉक पदाधिकारियों के बीच कहा कि वर्तमान में शिक्षक संवर्ग कई समस्याओं से पीड़ित और परेशान है। इनका निराकरण शासन को करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता का लाभ दिलाना, पुरानी पेंशन का लाभ दिलाना, मध्य प्रदेश में लंबे समय से रुकी हुई पदोन्नतियों को शुरू करना, और मृत शिक्षकों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दिलाना राज्य शिक्षक संघ का मुख्य ध्येय है। श्री यादव ने कहा कि राज्य शिक्षक संघ राष्ट्र और समाज के प्रति समर्पित होकर स्कूलों में अध्यापन कार्य के साथ-साथ रचनात्मक कार्यों में भी लगातार अपनी सहभागिता करता है।
प्रदेश भर में स्कूलों और ग्रामों में पौधारोपण करना हम सबका मिशन है। उन्होंने कहा कि हमारे कई शिक्षक शिक्षा में नवाचार करने का काम भी कर रहे हैं।
श्री यादव ने इस अवसर पर शिक्षकों से कहा कि शिक्षा से वंचित तबके को शिक्षा की महत्ता समझाकर उन्हें अनिवार्य रूप से स्कूल तक लाने की जिम्मेदारी भी हम सभी शिक्षकों की है।
इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारिणी के प्रमुख दिनेश शुक्ला, अब्दुल मजीद सचिव, करतार सिंह राजपूत, प्रशांत दीक्षित, प्रीता पटेल, सुषमा मौर्य, नरेंद्र त्रिपाठी, नागेंद्र त्रिपाठी, प्रभुराम मालवीय, अनिल पाटीदार, गजेंद्र बछले, बंटी बैरागी, गजेंद्र चंदावत, अवधेश तिवारी, भगवती शर्मा, गजराज सिंह सिसोदिया, कमल जाट, अनिल सांखला, रवि वर्मा, श्याम सेन, अखिल ठाकुर, धर्मेंद्र वर्मा, चेतन पौराणिक, संतोष जायसवाल, संतोष सोलंकी, जितेंद्र सोहनी, राजेश सोहनी, मोहन ठाकुर, आशीष तिवारी, रामनिवास जाट, मुकेश पाटीदार, रामप्रकाश बाजपेई उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना, वंदना एवं वंदे मातरम् गीत के साथ हुई।
स्वागत भाषण जिला अध्यक्ष देवेंद्र सोलंकी ने दिया। प्रदेश भर से आए सभी पदाधिकारियों का स्वागत धार जिले की टीम ने किया।