मध्य प्रदेश में इंदौर की तीन नंबर विधानसभा से विधायक श्री गोलू शुक्ला का बेटा रुद्राक्ष शुक्ला आउट ऑफ कंट्रोल हो गया है। चामुंडा माता मंदिर देवास में कांड करने के बाद सोमवार 21 जुलाई को महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन में बवाल मचा दिया। भस्मआरती से पहले मंदिर के गर्भगृह में जबरदस्ती घुस गया। मंदिर प्रबंधन ने भी मामले को छुपाने के लिए गर्भगृह का लाइव टेलीकास्ट स्विच ऑफ कर दिया।
विधायक गोलू शुक्ला स्वयं अपने बेटे के साथ थे
सोमवार तड़के 2:30 बजे भस्मआरती के लिए मंदिर के पट खोले गए। इसके बाद शुक्ला समर्थकों के साथ महाकालेश्वर पहुंचे थे। मंदिर प्रबंधन के अनुसार किसी को भी गर्भगृह में जाने की मंजूरी नहीं दी। ड्यूटी पर तैनात मंदिर के कर्मचारी आशीष दुबे ने उसे रोका। दोनों में पहले तो कहासुनी हुई फिर रुद्राक्ष उसे धमकाते हुए अंदर चला गया। इस दाैरान विधायक गोलू शुक्ला भी साथ थे। दोनों ने 5 मिनट तक पूजा-अर्चना की। गोलू शुक्ला रविवार को कावड़ यात्रा लेकर उज्जैन आए थे।
मंदिर मैनेजमेंट का समर्थन
मंदिर मैनेजमेंट ने भी विधायक गोलू शुक्ला और उनके बेटे की मनमानी को सपोर्ट किया। यूट्यूब चैनल पर गर्भगृह का लाइव टेलीकास्ट चलता है, परंतु मंदिर मैनेजमेंट ने जब तक गोलू शुक्ला और उनके बेटे रुद्राक्ष शुक्ला ने गर्भगृह आपके अंदर अपनी पूजा की तब तक लाइव टेलीकास्ट बंद रखा।
इस घटना के बाद भाजपा विधायक गोलू शुक्ला ने कहा- हमारे पास अनुमति थी। हम बिना अनुमति के कुछ नहीं करते। मंदिर प्रशासक और कलेक्टर ने 5 लोगों के लिए अनुमति दी थी।
रात 12:40 चामुंडा देवी के पट खुलवा रहे थे
इससे ठीक 101 दिन पहले 12 अप्रैल 2025 को रुद्राक्ष शुक्ला ने देवास के चामुंडा टेकरी मंदिर में आधी रात को हंगामा किया था। वह लालबत्ती लगी गाड़ी से रात 12:40 बजे मंदिर पहुंचा। मंदिर के पट बंद हो गए थे लेकिन विधायक के पुत्र चाहते थे कि पट उनके लिए खोले जाएं। पुजारी ने ऐसा करने से मना किया तो उसके साथ मारपीट की गई। बाद में रुद्राक्ष को माफी मांगनी पड़ी थी। यही नहीं, 12 मार्च 2023 को भी रुद्राक्ष भस्मआरती के दौरान गर्भगृह में पहुंच गया था। उसने यहां वीडियो-फोटो लिए थे।