मध्य प्रदेश के ग्वालियर में इस बार बारिश के कारण पब्लिक बहुत परेशान हो रही है। सड़कों पर पानी भर गया है। निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। 50 से ज्यादा मोहल्ला कॉलोनी में घर के दरवाजे से निकलते ही कम से कम पूरा जूता पानी में डूब जाता है। लोगों का गुस्सा अब भड़कने लगा है। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने ऐलान किया है कि यदि उनके क्षेत्र में नेतागिरी करने के लिए कोई विधायक या महापौर पार्षद आया तो उसका मुंह काला करके भेजेंगे।
नरेंद्र सिंह तोमर के बंगले में घुटनों तक पानी
ग्वालियर की हालत कितनी खराब है और नगर निगम की मक्कारी का स्तर कितना बड़ा है, आप केवल इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष और ग्वालियर के सबसे बड़े भाजपा नेता नरेंद्र सिंह तोमर के बंगले में घुटनों तक पानी भर गया था। ग्वालियर में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश ने शहर का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। गुरुवार रात और शुक्रवार दिन भर हुई बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया। कलेक्टर ने शनिवार को स्कूलों की छुट्टी कर दी थी, लेकिन छुट्टी कर देने से ग्वालियर की सड़कों पर भरे हुए पानी की समस्या सॉल्व नहीं होती।
ग्वालियर नगर निगम के महापौर और कमिश्नर क्या कर रहे हैं
यह आश्चर्यजनक किंतु सत्य है कि ग्वालियर नगर निगम के महापौर शोभा सिकरवार, असली महापौर सतीश सिकरवार और कमिश्नर संघ प्रिय बिल्कुल भी सक्रिय नहीं है। ग्वालियर नगर निगम के कमिश्नर आखिरी बार 24 जुलाई को फूल बाग चौपाटी स्थित पार्क विभाग के ऑफिस में पौधारोपण की तैयारी करते हुए देखे गए थे। पिछले 7 दिनों से महापौर शोभा शुक्रवार का कुछ पता नहीं है। सतीश सिकरवार विधानसभा के मानसून सत्र की तैयारी कर रहे हैं। ग्वालियर शहर को लावारिस छोड़ दिया गया है। 25 जुलाई को एक जेसीबी मशीन नगर निगम द्वारा बनाए गए फुटपाथ को तोड़ते हुए दिखाई दी। नगर निगम ने खुद नाली का भराव करके उसके ऊपर फुटपाथ बना दिया था। जब पानी भर गया तो फुटपाथ तोड़ दिया है। बारिश खत्म हो जाएगी तो फिर से फुटपाथ बनाएंगे। घोटाले का बिल्कुल नया तरीका है, जिसको कोई घोटाला नहीं कह सकता।