न्यूयॉर्क में 18 साल तक संतान प्राप्ति की कोशिश के बाद, एक दंपति अब artificial intelligence (AI) की मदद से अपने पहले बच्चे की उम्मीद कर रहा है। यह जोड़ा, कोलंबिया यूनिवर्सिटी फर्टिलिटी सेंटर में एक नए दृष्टिकोण, STAR method, की मदद से इस खुशी को प्राप्त करने में सफल हुआ। यह तकनीक पुरुष बांझपन (male infertility) के मामलों में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है, खासकर उन पुरुषों के लिए जिन्हें azoospermia की समस्या है।
IVF कभी सफल नहीं हो पाई
इस दंपति ने दुनिया भर के फर्टिलिटी सेंटर्स में in vitro fertilization (IVF) की कई कोशिशें कीं, लेकिन azoospermia के कारण सफलता नहीं मिली। Azoospermia एक ऐसी स्थिति है जिसमें पुरुष के पदार्थ में कोई मापने योग्य शुक्राणु (sperm) नहीं होते। सामान्य नमूने में लाखों-करोड़ों शुक्राणु होते हैं, लेकिन इस स्थिति में माइक्रोस्कोप के तहत घंटों खोजने के बाद भी शुक्राणु नहीं मिलते।
STAR Method: 18 साल का काम 1 घंटे में कर दिया
कोलंबिया यूनिवर्सिटी फर्टिलिटी सेंटर में विकसित STAR method (Sperm Tracking and Recovery) ने इस दंपति की उम्मीदों को नया जीवन दिया। इस तकनीक में AI technology का उपयोग करके नमूने में छिपे हुए शुक्राणुओं का पता लगाया जाता है। इस दंपति के मामले में, AI ने एक घंटे से भी कम समय में तीन शुक्राणु ढूंढ निकाले, जिन्हें IVF के जरिए पत्नी के अंडे के साथ निषेचित किया गया। नतीजा? पत्नी अब गर्भवती हैं और दिसंबर में बच्चे के जन्म की उम्मीद है।
पत्नी ने एक ईमेल में कहा,
इतनी असफलताओं के बाद हमने अपनी उम्मीदें कम कर दी थीं। मुझे दो दिन लगे यह विश्वास करने में कि मैं वाकई गर्भवती हूं। मैं अब भी स्कैन देखने तक यकीन नहीं कर पाती।
STAR Method कैसे काम करता है?
STAR system एक विशेष चिप पर रखे गए पुरुष के नमूने को high-speed camera और high-powered imaging technology के जरिए स्कैन करता है। यह प्रति घंटे 80 लाख से अधिक इमेज लेता है और उन शुक्राणुओं को पहचानता है जो मानव आंखों से दिखाई नहीं देते। इसके बाद ये शुक्राणु एक छोटे द्रव बूंद में अलग किए जाते हैं, जिससे embryologists उन्हें आसानी से उपयोग कर सकें।
डॉ. ज़ेव विलियम्स, कोलंबिया यूनिवर्सिटी फर्टिलिटी सेंटर के निदेशक, ने कहा, "यह एक गेम-चेंजर है। एक मरीज के नमूने में दो दिन तक खोजने के बाद भी तकनीशियनों को कोई शुक्राणु नहीं मिला, लेकिन AI ने एक घंटे में 44 शुक्राणु ढूंढ लिए।"
पुरुष बांझपन में AI की भूमिका
संयुक्त राज्य में बांझपन के 40% मामले पुरुषों से संबंधित हैं, और इनमें से 10% पुरुष azoospermia से पीड़ित हैं। पारंपरिक उपचार में टेस्टेस से सर्जरी के जरिए शुक्राणु निकालना शामिल है, जो दर्दनाक और जोखिम भरा हो सकता है। STAR method एक गैर-आक्रामक विकल्प प्रदान करता है, जिसकी लागत लगभग $3,000 है।
डॉ. विलियम्स ने कहा, "यह तकनीक उन दंपतियों के लिए नई उम्मीद है, जिनके पास पहले कोई विकल्प नहीं था। हम इसे अन्य फर्टिलिटी सेंटर्स के साथ साझा करना चाहते हैं।"
AI और फर्टिलिटी केयर का भविष्य
Artificial intelligence ने fertility care में क्रांति ला दी है। Stork-A और CHLOE जैसे AI टूल्स पहले से ही अंडों की गुणवत्ता और स्वस्थ भ्रूण की पहचान में मदद कर रहे हैं। STAR method पुरुष बांझपन में एक नया कदम है। सैन फ्रांसिस्को की reproductive endocrinologist डॉ. एमी एवाज़ज़ादेह ने कहा, "AI हमारी आंखों से जो नहीं देखा जा सकता, उसे देखने में मदद कर रहा है। यह मानव विशेषज्ञता को बढ़ाता है, न कि उसका स्थान लेता है।"
चुनौतियां और भविष्य
हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि STAR method को और अधिक मान्यता की आवश्यकता है। वेइल कॉर्नेल मेडिसिन के डॉ. जियानपिएरो पालेर्मो ने कहा, "AI शुक्राणुओं को तेजी से ढूंढ सकता है, लेकिन कुछ मामलों में शुक्राणु बिल्कुल नहीं होते।" फिर भी, यह तकनीक बांझपन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कोलंबिया यूनिवर्सिटी फर्टिलिटी सेंटर की इस सफलता ने न केवल इस दंपति के सपनों को साकार किया, बल्कि AI in fertility care के भविष्य को भी उज्ज्वल बनाया है।
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