मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के निर्देश पर परिवहन विभाग के अधिकारियों ने दिल्ली पब्लिक स्कूल की 11 वर्षों को अपने नियंत्रण में लेकर पुलिस थाने में खड़ा करवा दिया है। अधिकारियों का दावा है कि सभी बसें अनफिट है। किसी के पास फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं है।
ग्वालियर कलेक्टर कार्यालय से बताया गया कि, जिले में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के निर्देश पर परिवहन विभाग एवं ट्रैफिक पुलिस द्वारा स्कूल बसों की फिटनेस की जांच का अभियान चलाया जा रहा है। जिन स्कूलों की स्कूल बस में फिटनेस नहीं पाई जा रही है, उनके संचालन को प्रतिबंधित भी किया जा रहा है।
जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को अभियान के तहत डीपीएस स्कूल की 11 बसों में फिटनेस एवं अन्य कमियां पाए जाने पर ट्रैफिक थाना मेला ग्राउण्ड में रखवाया गया है। अभियान के तहत जिला परिवहन अधिकारी एवं डीएसपी ट्रैफिक द्वारा बसों की जांच का अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान डीपीएस की 11 बसों में फिटनेस एवं अन्य कमियां पाए जाने पर थाने में रखवाया गया है।
समाचार लिखे जाने तक बस संचालक एवं दिल्ली पब्लिक स्कूल के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया था। इस मामले के समाप्त हो जाने के बाद ही पता चल पाएगा कि, ग्वालियर जिला प्रशासन बच्चों के हित में अभियान चला रहा है अथवा स्कूलों पर दबाव बना रहा है।
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