भोपाल के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक आरिफ अकील को वेंटिलेटर सपोर्ट पर ले जाया गया है। 72 वर्ष के आरिफ अकील लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। इसके कारण उन्होंने 2023 का विधानसभा चुनाव भी नहीं लड़ा था। अपनी जगह अपने बेटे को उम्मीदवार घोषित किया था। रविवार को भोपाल के अपोलो सेज हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है।
भोपाल के लोकप्रिय नेता आरिफ अकील का संक्षिप्त परिचय
भोपाल उत्तर विधानसभा में पहली बार साल 1977 में चुनाव हुए थे, जब हामिद कुरैशी जनता पार्टी से विधायक चुने गए थे। इसके बाद साल 1980 में रसूल अहमद सिद्दीकी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई) से विधायक बने। 1990 में आरिफ अकील पहली बार उत्तर विधानसभा से निर्दलीय विधायक चुने गए। साल 1993 में बीजेपी के रमेश शर्मा के विरुद्ध चुनाव हार गए थे लेकिन, इसके बाद से मानो उत्तर विधानसभासीट आरिफ अकील का गढ़ ही बन गई। साल 1998 से लेकर 2018 तक के प्रत्येक चुनाव में आरिफ अकील जनता की पसंद बने रहे।
भोपाल उत्तर विधानसभा सीट से आरिफ अकील छह बार विधायक चुने गए। कांग्रेस पार्टी की सरकार में दो बार मंत्री भी बने। 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले उनकी तबीयत खराब हो गई थी। गुरुग्राम के एक प्रसिद्ध प्राइवेट अस्पताल में उनकी हार्ट सर्जरी की गई, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें टोटल बेड रेस्ट की सलाह दी थी। इसके कारण उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। अपनी जगह अपने बेटे आतिफ अकील को चुनाव लड़ाया। हालांकि बेटे के लिए वोट मांगने हेतु उन्हें व्हीलचेयर पर निकलना पड़ा।
विनम्र अनुरोध🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। भोपाल के महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में Bhopal पर क्लिक करें।