मध्य प्रदेश सरकार के चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री श्री नरेंद्र शिवाजी पटेल को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णु दत्त शर्मा ने पार्टी से निलंबित करने और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का मौखिक नोटिस दिया है। इसके एक दिन पहले श्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे ने पब्लिक के साथ मारपीट की और मंत्री श्री पटेल ने पुलिस थाने में जाकर बवाल मचा दिया था। पुलिस अधिकारियों पर दबाव बनाकर 4 पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड करवा दिया था। इस घटना की पूरे देश में निंदा की गई।
पीड़ित महिला का बयान
अम्मा बाबूजी रसोई रेस्टोरेंट की संचालक श्रीमती आलिशा सक्सेना ने बताया कि मंत्री के बेटे अभिज्ञान पटेल के साथ 5-6 लड़के और 5-6 लड़कियां थी। सभी शराब के नशे में थे। वे रेस्त्रां के सामने एक युवक से मारपीट कर रहे थे। मैंने रोका तो मुझसे गाली-गलौज की। रॉड से मेरे सिर पर मारा। मेरे पति डेनिस मार्टिन बचाव करने आए उनके सिर पर गमला मारा। रॉड से हमला किया। कुक सीताराम को भी पीटा। पति के सिर में 6 टांके आए हैं। मंत्री के दबाव में पुलिस ने साधारण धाराओं में केस दर्ज किया है। अभी धारा 294, 324, 506, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। इन धाराओं में 3 साल कारावास या जुर्माने की सजा है। जान से मारने की कोशिश (307), महिला से अभद्रता (354) की धाराएं नहीं लगाईं।
बेटा नंबरी बाप 10 नंबर
मुंबई की एक फिल्म में बाप नंबरी बेटा दस नंबरी बताया गया था परंतु इस मामले में उल्टा हुआ है। अभिज्ञान पटेल की उम्र अधिक नहीं है। पिता को मंत्री पद मिला तो अहंकार होना स्वाभाविक है। इस उम्र के लड़के हिंसा भी करते हैं लेकिन मामले में सबसे गंभीर बात यह है कि पिता श्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, अपने बेटे की अपराधिक गतिविधियों का समर्थन करते हुए दिखाई दिए हैं। अभिज्ञान पटेल ने जब थाने में हंगामा किया और पुलिस वालों ने उसे बलपूर्वक रोक दिया, तो श्री नरेंद्र शिवाजी पटेल अपने साथियों को लेकर पुलिस थाने पहुंच गए। उन्होंने अपने बेटे से ज्यादा हंगामा किया। पद का दुरुपयोग किया। आदर्श आचरण संहिता लागू होने के बावजूद पुलिस अधिकारियों पर दबाव बनाया, और चार पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड करवाया। जिन लोगों को उनके बेटे अभिज्ञान पटेल ने पीटा था, उनके खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया।
मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल - सरकार, संगठन और संघ तीनों नाराज
बेटे अभिज्ञान नरेंद्र पटेल की गुंडागर्दी और पिता के संरक्षण एवं समर्थन की घटना के बाद मध्य प्रदेश सरकार, भारतीय जनता पार्टी संगठन और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तीनों ने एक साथ मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल को अल्टीमेटम दे दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने मंत्री पटेल को फटकार लगाई है। उन्हें साफ कर दिया गया है कि इस तरह की हरकतों से पार्टी की छवि को नुकसान होता है।
बताया जाता है कि बीती रात जब मंत्री थाने में थे उसी समय मुख्यमंत्री निवास से आए एक फोन के बाद वे अचानक वहां से रवाना हो गए थे। प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने तो उन्हें राजनीतिक करियर का हवाला देते हुए कहा कि पहली बार विधायक बनने पर ही अब तक की छवि के आधार पर आपको मंत्री बनाया गया है, लेकिन ऐसी हरकतों से संगठन को कड़े निर्णय लेना पड़ सकते हैं। हितानंद शर्मा ने भी लगभग इन्हीं शब्दों में उन्हें फटकार लगाई है।
मंत्री ने सार्वजनिक पार्क पर कब्जा कर लिया है?
मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल पर गुलमोहर की जी-3 सेक्टर के सार्वजनिक पार्क पर कब्जा कर लेने का मामला सामने आया है। जी-3 सेक्टर के लिए इस पार्क का निर्माण हुआ था, लेकिन यहां मंत्री नरेंद्र पटेल द्वारा अपनी गाड़ियां खड़ी की जा रही हैं। इसके अलावा पूरे पार्क में उनके बैनर लगे हुए है। यहां टीन का शेड लगाकर मंत्री के लोगों के बैठने की व्यवस्था भी की गई है।
गुलमोहर कॉलोनी के अध्यक्ष ललित यादव का कहना है कि कॉलोनी में लगभग 2 हजार लोग रहते हैं। उनकी सुविधा के लिए यहां पार्क का निर्माण किया गया था। नरेंद्र शिवाजी पटेल के मंत्री बनने के बाद से पूरे पार्क पर कब्जा कर लिया गया है। पार्क के अंदर मंत्री नरेंद्र के लोग बैठे रहते हैं। यदि कोई कॉलोनी का बच्चा या सदस्य अंदर जाने की कोशिश करता है, तो उनको अंदर नहीं जाने दिया जाता है। इसको लेकर कई बार शिकायत की है, लेकिन कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
विनम्र निवेदन:🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में Madhyapradesh पर क्लिक करें।