इस तरह के समाचारों में कमलनाथ कुछ भी प्रतिक्रिया दे सकते हैं परंतु यह बात सब जानते हैं कि कमलनाथ ने राहुल गांधी को अपना नेता स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। विधानसभा चुनाव 2023 तक कमलनाथ, राहुल गांधी को अपना नेता नहीं मानते थे परंतु अब हालात बदल गए हैं। कमलनाथ न केवल राहुल गांधी को अपना नेता मान रहे हैं बल्कि पिछले 7 दिनों में उन्होंने कई बार इस बात को दोहराकर अपना मैसेज राहुल गांधी तक पहुंचाने की कोशिश की है।
विधानसभा चुनाव 2023 तक कमलनाथ, राहुल गांधी को अपना नेता नहीं मानते थे
कमलनाथ ने X पर टोटल 149 शब्दों में अपना बयान लिखा, लेकिन इसमें से सिर्फ पांच शब्द "हमारे नेता श्री राहुल गांधी" चर्चा के योग्य एवं महत्वपूर्ण है। यहां ध्यान देना जरूरी है कि कमलनाथ, राहुल गांधी के बारे में जब भी बयान जारी करते हैं, सम्मान सूचक शब्दों का प्रयोग करते हैं परंतु "हमारे नेता" नहीं कहते। विधानसभा चुनाव 2023 में जब राहुल गांधी ने भोपाल में INDIA गठबंधन के पहले बड़े आयोजन का ऐलान किया तो कमलनाथ ने मीडिया के सामने आकर राहुल गांधी के घोषित कार्यक्रम को निरस्त कर दिया था। 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद प्रियंका गांधी ने कमलनाथ के बारे में बड़े सख्त शब्दों का प्रयोग किया था।
इससे पहले जब राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की मुहिम शुरू हुई थी, तब कमलनाथ ने एक भी बार राहुल गांधी को अपना नेता और राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के योग्य नहीं बताया था। जब राहुल गांधी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था कमलनाथ मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष थे। इसके बावजूद न तो उन्होंने राहुल गांधी के समर्थन में इस्तीफा दिया और ना ही राहुल गांधी से इस्तीफा वापस लेने की अपील की। कुछ लोग तो यह भी कहते हैं कि राहुल गांधी के लिए अमूल बेबी और पप्पू शब्द एक ऐसी पार्टी में प्रयोग किए गए थे जिसमें कमलनाथ मौजूद थे और उन्होंने मुस्कुराकर प्रतिक्रिया दी थी।
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