Madhya Pradesh board of Secondary Education. Bhopal द्वारा आयोजित Diploma in Elementary Education (D.El.Ed.) पाठ्यक्रम परीक्षा में राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल द्वारा आंतरिक मूल्य के अंकों के अधिभार का निर्धारण किया गया है।
मूल्यांकन पद्धतियों में सुधारों का ज्ञान प्रशिक्षणार्थियो को होना अनिवार्य
श्री धनराजू एस, संचालक राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल द्वारा जारी पत्र में लिखा है कि, डी.एल.एड. पाठ्यक्रम में माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा प्रचलित पाठ्यक्रम के अनुसार प्रशिक्षणार्थियो का आंतरिक एवं बाह्य मूल्यांकन कार्य किया जाता है। बदलते समय के अनुसार मूल्यांकन पद्धतियों में हो रहे, सुधारों का ज्ञान डी.एल.एड. प्रशिक्षणार्थियो को होना अनिवार्य हैं। अतः डी.एल.एड. छात्राध्यापकों को मूल्यांकन का प्रायोगिक प्रशिक्षण समय-समय पर विभिन्न शैक्षिक सर्वेक्षण संबंधी कार्यों के साथ दिया जाता है। ऐसे प्रशिक्षण के दौरान किए गए कार्यों को आंतरिक मूल्यांकन में सम्मिलित करने से प्रशिक्षण प्रभावी होता है। अतः छात्र हित में इन सर्वेक्षण कार्य को मूल्यांकन प्रक्रिया मे निम्नानुसार अधिभार दिए जाने का निर्णय किया जाता हैं।
- डीएलएड प्रथम वर्ष इंटर्नशिप 10 अंक
- डीएलएड द्वितीय वर्ष शालेय संस्कृति, नेतृत्व और शिक्षक विकास 10 अंक
छात्राध्यापक सर्वेक्षण कार्य नहीं करेंगे तो अंक भी नहीं मिलेंगे
यदि प्रशिक्षणार्थी द्वारा उसे सौंपे गए शैक्षणिक सर्वेक्षण संबंधी दायित्व का व्यवस्थित एवं पूर्ण रूप से निर्वाहन किया गया है तो डी.एल.एड. प्रथम वर्ष के प्रशिक्षणार्थी को इंटर्नशिप के 50 अंको में से 10 अंक एवं डी.एल.एड. द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षणार्थी को शालेय संस्कृति नेतृत्व और शिक्षक विकास के आंतरिक मूल्यांकन के कुल 30 पूर्णांको में से 10 अंक प्रदान किए जाएँ। यदि छात्राध्यापक सर्वेक्षण कार्य में बिना कोई वैध कारण के अनुपस्थित रहा हो तो उसे उक्त अंक नही दिये जायेगें।