भारत में चुनाव आचार संहिता लागू, नेताओं की धमकियां बंद निवेदन शुरू और भारत का चुनाव कार्यक्रम पढ़िए - HINDI NEWS

भारत की राजधानी नई दिल्ली के विज्ञान भवन में चुनाव आयुक्त द्वारा प्रेस के सामने भारत में लोकसभा चुनाव की घोषणा की गई। इसी के साथ संपूर्ण भारत में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। आचार संहिता लागू होने से काफी कुछ बदल जाता है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात जो बदल जाती है, वह यह है कि शासकीय कर्मचारियों और आम जनता पर नेताओं की धमकियां बंद हो जाती हैं। अब से लेकर मतदान की तारीख तक चारों तरफ नेताओं के निवेदन सुनाई देंगे।

मध्य प्रदेश में वोटिंग और काउंटिंग की तारीख

  • सीधी शहडोल जबलपुर मंडला बालाघाट और छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर मतदान की तारीख 19 अप्रैल 2024 दिन शुक्रवार। 
  • टीकमगढ़ दमोह खजुराहो सतना रीवा होशंगाबाद और बैतूल लोकसभा सीट पर मतदान की तारीख 26 अप्रैल 2024 दिन शुक्रवार। 
  • मुरैना भिंड ग्वालियर गुण सागर विदिशा भोपाल और राजगढ़ लोकसभा सीट पर मतदान की तारीख 7 MAY 2024 दिन मंगलवार। 
  • देवास उज्जैन मंदसौर रतलाम धार इंदौर खरगोन एवं खंडवा लोकसभा सीट पर मतदान की तारीख 13 MAY 2024 दिन सोमवार। 
  • मतगणना दिनांक 4 जून 2024 को होगी। मध्यप्रदेश में इस बार 5 करोड़ 63 लाख 40 हजार 64 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।

भारत का लोकसभा चुनाव कार्यक्रम

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "हम तीन चरणों में कार्यक्रम की घोषणा करेंगे। सबसे पहले उपचुनाव के लिए। 26 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां उपचुनाव होने हैं। बिहार, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, तमिलनाडु। 
19 अप्रैल से 7 चरणों में लोकसभा चुनाव 2024 होंगे। 
वोटों की गिनती 4 जून को होगी। 
मतदान का पहला चरण 19 अप्रैल, 
मतदान का दूसरा चरण 26 अप्रैल, 
मतदान का तीसरा चरण 7 मई, 
मतदान का चौथा चरण 13 मई, 
मतदान का पांचवां चरण 20 मई, 
मतदान का छठा चरण 25 मई, 
मतदान का सातवां चरण 1 जून.


सन 2024 में भारत में मतदाताओं की कुल संख्या 

भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार ने बताया कि, भारत में कुल मतदाताओं की संख्या 96.8 करोड़ है। मतदान केंद्र की कुल संख्या 10.5 लाख, मतदान के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की संख्या 55 लाख, चुनाव कार्य संपन्न करने के लिए अधिकारी और कर्मचारियों की संख्या 1.5 करोड़ है। भारत में चुनाव कार्य के लिए टोटल चार लाख वाहनों का उपयोग किया जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "हमारे पास 1.8 करोड़ पहली बार मतदाता हैं और 20-29 वर्ष की आयु के बीच 19.47 करोड़ मतदाता हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "12 राज्यों में महिला मतदाताओं का अनुपात पुरुष मतदाताओं से अधिक है।

आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव

Election Commission of India के अनुसार भारत में कुल मतदाता 96.8 करोड़ हैं। जिनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47 करोड़ महिलाएं हैं। 1.82 करोड़ भारतीय नागरिक पहली बार मतदान करेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "हम देश को वास्तव में उत्सवपूर्ण, लोकतांत्रिक माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभाओं का कार्यकाल भी जून 2024 में समाप्त होने वाला है। जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने वाले हैं।

भारत में पहली बार बुजुर्गों को घर पर वोटिंग की सुविधा

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, 85 वर्ष से अधिक उम्र के जितने भी मतदाता हैं उनके घर जाकर मतदान करवाया जाएगा। इस बार देश में पहली बार ये व्यवस्था एक साथ लागू होगी कि जो 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता हैं और जिन्हें 40% से अधिक की विकलांगता है, उनके पास हम फॉर्म पहुंचाएंगे अगर वो मतदान का ये विकल्प चुनते हैं।

चुनाव आचार संहिता क्या है 

स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग द्वारा कुछ नियम बनाए जाते हैं। इन नियमों को आचार संहिता कहते हैं। लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान सभी पार्टियों, नेताओं और सरकारों को इन नियमों का खासतौर पर पालन करना होता है।

चुनाव आचार संहिता कब तक लागू रहती है

आदर्श आचार संहिता चुनाव आयोग द्वारा चुनावी तारीखों की घोषणा के बाद से ही लागू हो जाती है और जब तक चुनाव की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती तब तक रहती है। 

चुनाव आचार संहिता की मुख्य विशेषता क्या है 

आदर्श आचार संहिता की मुख्य तौर पर यह बताया गया है कि चुनाव की प्रक्रिया के दौरान राजनीतिक दलों, उम्मीदवार और सत्ता में रहने वाले दलों को चुनाव प्रचार, बैठकें और जुलूस आयोजित करने, मतदान दिवस की गतिविधियों और कामकाज के दौरान अपना आचरण कैसा रखना है।

चुनाव आचार संहिता का पालन नहीं करने पर क्या होता है 

कोड का पालन न करने से कानूनों और विनियमों का उल्लंघन होता है। इसके लिए शख्स या पार्टी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई या उसकी बर्खास्तगी भी हो सकती है।

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