मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कलेक्टर कार्यालय में एक महिला संविदा कर्मचारी का कार्य स्थल पर लैंगिक उत्पीड़न का मामला सामने आया है। शिकायत के बाद आंतरिक परिवाद समिति द्वारा मामले की जांच की गई। समिति की प्रभारी एवं निफ्टी कलेक्टर अर्चना शर्मा ने अपनी रिपोर्ट कलेक्टर भोपाल को सौंप दी है।
उत्पीड़न तो हुआ है लेकिन कार्रवाई नहीं चाहती, शिकायतकर्ता महिला कर्मचारी ने कहा
शिकायत के बाद कलेक्टर द्वारा गठित की गई परिवाद समिति द्वारा जब बयान दर्ज किए गए तो शिकायतकर्ता महिला संविदा कर्मचारी ने कार्यस्थल पर उसका लैंगिक उत्पीड़न करने वाले अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का निवेदन किया। उत्पीड़न करने वाले अधिकारी को समझाइश देकर मामला खत्म कर देने का निवेदन किया। हालांकि महिला कर्मचारी ने परिवाद समिति के समक्ष यह नहीं कहा कि उसने झूठी शिकायत की है अथवा उसका उत्पीड़न नहीं हुआ। जबकि आरोपी अधिकारी द्वारा दावा किया गया कि, काम करने का दावा बनाया है इसलिए महिला कर्मचारी ने उत्पीड़न की शिकायत कर दी है।
कलेक्टर के फैसले पर सबकी नजर
आंतरिक परिवाद समिति की प्रभारी एवं डिप्टी कलेक्टर श्रीमती अर्चना शर्मा ने सभी संबंधित के बयान दर्ज करने के बाद जांच रिपोर्ट कलेक्टर भोपाल को सौंप दी है। भोपाल कलेक्टर के स्टाफ ने रिपोर्ट मिल जाने की पुष्टि की है। आप सब की नजर कलेक्टर के फैसले पर है।
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