ज्योतिषाचार्य वेद प्रकाश शास्त्री ने बताया कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 18 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट पर प्रारंभ होगी और यह 19 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 43 मिनट तक रहेगी। उदयातिथि को देखते हुए 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा।
गणेश चतुर्थी वाले दिन क्या होता है
भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से 10 दिनों तक चलने वाला गणपति उत्सव अनंत चतुर्दशी तिथि चलता है। गणेश चतुर्थी पर घर-घर भगवान गणेश की प्रतिमा का स्थापित किया जाता है। इसके अलावा बड़े-बड़े पांडालों में भी गणेश भगवान की भव्य प्रतिमा का स्थापित कर 10 दिनों तक पूजा-अर्चना का कार्यक्रम चलता है।
गणेश चतुर्थी पर क्या ना करें
भगवान श्री गणेश के व्रत-पूजन के दौरान तुलसी का प्रयोग वर्जित है, अत: पूजन, प्रसाद बनाते समय या भोग लगाते समय तुलसी न डालें। 5. तामसिक भोजन : यदि आप चतुर्थी व्रत रख रहे हैं तो आज के दिन घर में लहसुन-प्याज का इस्तेमाल बिलकुल भी न करें। इसके अलावा घर में किसी को भी मांस-मदिरा का सेवन भी न करने दें।
गणेश चतुर्थी से क्या लाभ है
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो व्यक्ति संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करते हैं उनके घर से नकारात्मकता प्रभाव दूर होता है और घर में शांति, सुख समृद्धि बनी रहती है।
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