The Chemical Industrial And Pharmaceutical Laboratories
भारत की स्वतंत्रता से पहले सन 1935 में शुरू हुई भारत की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित दवा कंपनी सिप्ला अब एक विदेशी कंपनी के हाथों बिकने वाली है। अभी डील पूरी नहीं हुई है लेकिन विदेशी कंपनी ब्लैकस्टोन ने लिमिटेड पार्टनर्स के साथ मिलकर सिपला के प्रमोटर्स की पूरी हिस्सेदारी खरीदने हेतु नॉन बोली लगाई है। ब्लैकस्टोन दुनिया की सबसे बड़ी इक्विटी फर्म है।
STOCK MARKET में सिपला की स्थिति मजबूत 1.2 करोड़ का मार्केट कैप
स्टॉक मार्केट से खबर आ रही है कि सिपला के प्रमोटर्स यानी ख्वाजा हमीद की फैमिली के पास कंपनी के 33.47 प्रतिशत शेयर हैं। वह इसे एक साथ बेचने जा रहे हैं। इसके पीछे सबसे महत्वपूर्ण कारण है सिपला कंपनी की उत्तराधिकारी योजना। कंपनी के मालिक ख्वाजा अब्दुल हमीद के निधन के बाद सन 1972 में यूसुफ हामिद को सिपला की लीडरशिप मिली। Y.K. Hamied की उम्र अब 87 वर्ष हो गई है। चेयरमैन की जिम्मेदारी नहीं संभाल सकते। वाइस चेयरमैन की कुर्सी पर एमके हामिद की भी उम्र हो गई है।
समीना CIPLA को संभाल नहीं पा रही है
कंपनी की जिम्मेदारी तीसरी पीढ़ी को सौंपने के लिए दोनों ने सन 2015 में अपनी भतीजी समीना हामिद को बोर्ड में शामिल किया। समीना फिलहाल कंपनी में एग्जीक्यूटिव वाइस चेयरपर्सन है लेकिन वह अकेली कंपनी को संभालने में सक्षम नहीं है। कंपनी को एक बढ़िया लीडरशिप मिले इसके लिए हामिद फैमिली बोर्ड से बाहर जाना चाहती है। बोर्ड के ज्यादातर सदस्यों को लगता है कि यह सही फैसला है।
✔ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। ✔ यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। ✔ यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।