मध्यप्रदेश में विगत 2 दशकों से अधिक समय से अतिथि विद्वान उच्च शिक्षा विभाग में तन,मन और धन से सेवाएं दे रहे हैं। जिसका परिणाम उन्हें आज तक अतिथि के रूप में ही मिल रहा है। अपने भविष्य को सुरक्षित करने हेतु माननीय मुख्यमंत्री महोदय और उच्च शिक्षा मंत्री महोदय के समक्ष कई बार गुहार लगाने के उपरांत भी आज तक हमारे भविष्य निर्धारण हेतु कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए गए। जबकि आपके द्वारा ही अन्य विभाग के लोगों के लिए भविष्य निर्माण की कई सौगातें दी जा चुकी हैं।
शिवराज सिंह को शाहजहानी पार्क का भाषण याद दिलाया
माननीय मुख्यमंत्री महोदय 16 दिसंबर 2019 को शाहजनी पार्क में अतिथि विद्वानों के आंदोलन में आए थे और उन्होंने टाइगर जिंदा का नारा देते हुए बोला था कि मैं अतिथि विद्वानों के साथ हूं और उनका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता। दिनांक 7 जुलाई 2023 को नीलम पार्क में मध्य प्रदेश के समस्त अतिथि विद्वानों द्वारा अपने भविष्य को संवारने हेतु आंदोलन किया गया था जिसमें मध्यप्रदेश शासन द्वारा बर्बरता पूर्वक उन्हें गिरफ्तार किया गया। अतिथि विद्वानों के साथ ऐसा किया गया व्यवहार निंदनीय है। और हम सभी अतिथि विद्वान इस किए गए कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया
भोपाल में किए गए कृत्य के विरोध में हम सभी अतिथि विद्वान काली पट्टी बांधकर महाविद्यालय में अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। माननीय राज्यपाल महोदय मुख्यमंत्री महोदय एवं उच्च शिक्षा मंत्री महोदय से अनुरोध है। कि तत्काल अतिथि विद्वानों के भविष्य को संवारने हेतु आवश्यक ठोस कदम उठाया जाए। जिससे अतिथि विद्वान अपने भविष्य की चिंता बिना किए हुए सम्मान पूर्वक जीवन जी सकें और पठन-पाठन का कार्य कर सकें। संपूर्ण अतिथि विद्वान परिवार आपका जीवन भर आभारी रहेगा।
इस विरोध प्रदर्शन में शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय सतना के सभी अत विद्वान डॉक्टर प्रभात सोनी, डॉक्टर कृष्णपाल मिश्र, डॉक्टर शर्मिला सिंह, डॉक्टर सावित्री गर्ग, डॉक्टर रीता द्विवेदी, डॉक्टर दीप्ति शुक्ला, डॉ जितेंद्र शुक्ला, डॉक्टर रामभजन साकेत, डॉक्टर शिव शंकर साकेत, डॉ अभिषेश सिंह, डॉक्टर राजेंद्र भारती, डॉक्टर महेंद्र तिवारी, डॉक्टर विनोद मिश्रा, डॉक्टर अरुण साकेत उपस्थित रहे।
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