भोपाल के नागरिकों के लिए गुड न्यूज़ है। भोपाल की मेट्रो ट्रेन पटरी पर दौड़ने के लिए तैयार है। इधर पटरी और उधर मेट्रो ट्रेन तैयार हो गई है। चिल्ड्रन की प्लानिंग चल रही है। भोपाल मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अधिकारियों का कहना है कि, अगस्त के महीने में मेट्रो ट्रेन भोपाल आ जाएगी और कोशिश है कि 15 अगस्त के अवसर पर भोपाल के नागरिकों को पहला गिफ्ट दे दिया जाएगा।
भोपाल की पहली मेट्रो ट्रेन कहां से कहां तक चलेगी
मेट्रो रेल कॉपोरेशन ने सुभाष नगर से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के बीच पांच किमी में ट्रायल रन करने की योजना बनाई है। शुरुआत में ट्रेन इन स्टेशनों के बीच दौड़ने की उम्मीद है। इस ट्रेक पर डेढ़ किलो मीटर में पटरी बिछाने का काम पूरा हो गया है। कॉपोरेशन के अधिकारियों का कहना है कि जुलाई में पटरी बिछाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। बारिश से काम प्रभावित नहीं होगा। वहीं, उन्होंने बताया कि गुजरात के बड़ोदरा में बन रहे मेट्रो के डिब्बों का पहला सेट अगस्त तक भोपाल आ जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि मेट्रो का ट्रायल शुरुआत में सुभाष नगर से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन तक पांच किलोमीटर में होगा। इसके बाद इसे एम्स तक पूरे 7.5 किमी रूट को जोड़ दिया जाएगा।
पटरी पर दौड़ने से पहले मेट्रो ट्रेन में बैठ सकेंगे
मेट्रों के मॉक अप यानी डमी को स्मार्ट सिटी पार्क में रखा जाना प्रस्तावित है। यह जुलाई माह में भोपाल पहुंच जाएगी। यह मेट्रो की सभी सुविधा वाला डिब्बा होगा, जिसमें जनता बैठ कर मेट्रो का अनुभव ले सकेगी। इसमें एलईडी, अनाउसमेंट, सीसीटीवी, सीटिंग अरेंजमेंट, इमरजेंसी अलार्म समेत सभी सुविधाएं होगी। मॉक-अप का उद्देश्य लोगों को मेट्रो के प्रति जागरूक करना है। इसे देखकर लोग मेट्रो की सुविधाओं को समझ और जान सकेंगे।
भोपाल मेट्रो ट्रेन की पटरी में करंट दौड़ेगा
भोपाल मेट्रो में करंट के लिए थर्ड टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है। दरअसल, रेल में पावर सप्लाई दो तरीके से दी जाती है। पहला ओएचई, जिसमें रेलवे लाइन के ऊपर कैबल से पावर मिलता है। दूसरा पटरियों के बराबर से एक पटरी बिछाई जाती है। इससे करंट प्रवाहित होता है। इससे ही मेट्रो को पावर मिलती है। इसे ही थर्ड टेक्नोलॉजी कहते है। इस टेक्नोलॉजी की लागत कम होने के साथ ही मेंटेनेंस भी कम आता है। इसमें फाॅल्ट की संभावना भी कम हो जाती है।
भोपाल के 8 मेट्रो स्टेशन के नाम पते
भोपाल में 30.95 किमी का मेट्रो ट्रेक प्रस्तावित है। इसमें से साढ़े सात किमी का प्राॅयारिटी ट्रेक बनाया जा रहा है। इसमें सुभाष नगर से एम्स तक आठ मेट्रो स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इसमें से सुभाष नगर, केंद्रीय विद्यालय, बोर्ड ऑफिस चौराहा, एमपी नगर जोन.2, रानी कमलापति, डीआरएम ऑफिस, अल्कापुरी और एम्स में आठ स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इसमें से सुभाष नगर, बोर्ड ऑफिस चौराहा, एमपी नगर, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का सिविल कार्य करीब-करीब पूरा हो गया है। रेलवे स्ट्रेशन को 6 डिब्बों के अनुसार तैयार किया जा रहा है। हालांकि, शुरुआत में तीन-तीन डिब्बों के साथ ही मेट्रो दौड़ेगी।
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