Madhya Pradesh weather forecast
किसानों और आम नागरिकों के लिए आज की सबसे बड़ी खबर है। मानसून ने भारत भूमि पर प्रवेश कर लिया है। मानसून के बादल केरल पहुंच गए हैं और अगले 48 घंटे में पूरे केरल राज्य के अलावा कर्नाटक और तमिलनाडु में मानसून के बादलों की बारिश शुरू हो जाएगी। ज्यादातर मानसून 1 जून को केरल पहुंच जाता है परंतु इस साल 8 दिन देरी से चल रहा है।
मध्य प्रदेश में मानसून कब आएगा
मध्य प्रदेश में मानसून की तारीख 15 जून है, लेकिन केरल में मानसून 8 दिन देरी से आया है। इस हिसाब से मध्यप्रदेश में 23 जून को पहुंचने की संभावना है। यदि मानसून की गति तेज रही तो इसके एक-दो दिन पहले और यदि मानसून की गति में परिवर्तन हुआ तो इसके एक दो दिन बाद मानसून के बादल मध्यप्रदेश पहुंच सकते हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि, मानसून के पहुंचने के 48 घंटे पहले हवा में नमी आ जाएगी।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन दो मौसम प्रणालियों के अलावा वर्तमान में हवा का रुख पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ लगातार नमी आ रही है। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर जिलों में आंशिक बादल बने हुए हैं। वातावरण में उमस बढ़ गई है। भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, सागर, ग्वालियर, चंबल, इंदौर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।
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