Madhya Pradesh school education employees news
वरिष्ठ कोषालय अधिकारी, कार्यालय जिला कोषालय इंदौर ने विकास खंड शिक्षा अधिकारी इंदौर, महू, सांवेर एवं देपालपुर को लिखे एक परिपत्र में बताया है कि शिक्षकों के विश्रामवकाश का नगदीकरण क्यों नहीं हो पा रहा है। ट्रेजरी का कहना है कि विकास खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा देयको में गलती की जा रही है और उसे सुधारा नहीं जा रहा है।
देयक नियमों के अनुकूल नहीं होते
दिनांक 6 अप्रैल 2023 को लिखे परिपत्र क्रमांक 805 में वरिष्ठ कोषालय अधिकारी ने बताया है कि, कई बार अवगत कराया जा चुका है कि आपके द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले देयक नियमों के अनुकूल नहीं होते। यह चेतावनी भी दी गई थी कि ऐसी स्थिति में यदि कोई गड़बड़ी होती है तो उसके लिए कार्यालय प्रमुख/ आहरण संवितरण अधिकारी जिम्मेदार होगा परंतु उसके बाद भी नियमानुसार देयक प्रस्तुत नहीं किए जा रहे हैं। इसके कारण शिक्षकों के रिटायर होने पर उनकी अवकाश का नगदीकरण नहीं हो पा रहा है।
विकास खंड शिक्षा अधिकारी क्या गलती कर रहे हैं
- अवकाश की त्रुटिपूर्ण गणना की जा रही है।
- पात्रता संबंधी अभिलेख एवं शासन के आदेश संदर्भ में नहीं किए जाते।
- अवकाश की पात्रता के संबंध में दस्तावेज संलग्न में नहीं होता।
वरिष्ठ कोषालय अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि, जब तक नियमों के अनुसार देयक प्रस्तुत नहीं होंगे तब तक भुगतान नहीं किया जा सकेगा। ऐसी स्थिति में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को होने वाली परेशानी के लिए विकास खंड शिक्षा अधिकारी जिम्मेदार होंगे। कोषालय अधिकारी द्वारा BEO द्वारा की जा रही गड़बड़ी की जानकारी कलेक्टर इंदौर, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण इंदौर, जिला शिक्षा अधिकारी इंदौर एवं इंदौर कमिश्नर को दे दी है।
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