Bharat Heavy Electricals Limited- Bhopal Samachar
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भारत सरकार की प्रतिष्ठित कंपनी BHEL का एक अधिकारी एक लड़की को अपने सरकारी क्वार्टर में नौकरी की बात करने के लिए लाया था। इससे पहले कि, अधिकारी लड़की का इंटरव्यू ले पाता लड़की के साथियों ने छापामार कार्रवाई कर डाली। अब अधिकारी ने गोविंदपुरा थाना पुलिस में हनी ट्रैप की शिकायत की है।
BHEL BHOPAL अधिकारी सेंथिल कुमार ने हनी ट्रैप का मामला दर्ज कराया
पुलिस को दी शिकायत में भेल भोपाल के अधिकारी ने बताया कि, मेरा नाम एस सेंथिल कुमार है। उम्र 41 साल है। भेल (भोपाल) के सरकारी क्वार्टर में रहता हूं। आर्टिजन के पद पर हूं। पत्नी की डिलीवरी हुई है, इसलिए वो जनवरी से तमिलनाडु में पैतृक गांव में है। तब से मैं अकेला भोपाल में रहता हूं। बात 9-10 अप्रैल 2023 की है। एक दोस्त के जरिए मेरी जान पहचान सोनम से हुई। उसने अपना मोबाइल नंबर दिया, तो हम दोनों की फोन पर बात होने लगी।
अधिकारी कटारा हिल्स से रात के समय लड़की को अपने घर लेकर आया
15 अप्रैल को मेरी सोनम से फोन पर बात हुई। बोली- आपसे शाम को मिलने आऊंगी। शाम 7 से 8 बजे के बीच वह क्वार्टर पर आई। बातचीत में उसने कहा कि उसकी एक दोस्त पूजा है। ग्रेजुएट है। उसकी कहीं नौकरी लगवा दो। मैं उसे आपसे मिलवा देती हूं। उसने कहा कि चलो पूजा को ले आते हैं। हम दोनों कटारा हिल्स इलाके से पूजा को क्वार्टर पर ले आए। हम तीनों बैठकर बात कर रहे थे।
रात 10:30 बजे दरवाजे पर दस्तक हुई
रात करीब 10:30 बजे जब मैं बाथरूम गया, तभी किसी ने दरवाजा खटखटाया। सोनम बाथरूम के पास आकर बोली कि कोई दरवाजा खटखटा रहा है। मैंने दरवाजे के छेद से देखा तेखा तो दो लोग खड़े थे। एक पुलिस की वर्दी पहने था। वह 28 से 30 साल का रहा होगा। दूसरा चेक शर्ट और जीन्स पहने हुए था। उसकी उम्र 48 से 50 साल रही होगी।
वर्दी वाला और उसका साथी जबरदस्ती अंदर आ गए
मैं वापस आया। सोनम से पूछा- क्या तुम लोगों ने पुलिस को बुलाया है? सोनम बोली- हमने किसी पुलिसवाले को नहीं बुलाया है। मैंने दरवाजा खोला। दोनों युवकों से आने वजह पूछी तो वर्दीवाला बोला- आपके घर की तलाशी लेनी है। मैंने कहा कि किस बात की तलाशी। दोनों कहने लगे कि हमें शिकायत मिली है कि आपके घर में दो-तीन महिला हैं। मैंने उन्हें घर के अंदर घुसने से मना किया तो वे जबरदस्ती अंदर आ गए।
उन्होंने थाने चलने को कहा लेकिन अधिकारी ने मना कर दिया
अंदर आते ही दोनों मुझे पीटने लगे। जिसने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी, उसकी नेमप्लेट पर रवि राज सिसोदिया नाम लिखा था। दोनों सोनम से पूछताछ करने लगे कि तुम कौन हो और यहां क्या कर रही हो? सोनम उनसे बोली कि दोस्त हैं, मिलने आए हैं। उन्होंने पूजा से पूछताछ की, तो कहने लगी कि मैं 16 साल की हूं। ये लोग मेरे साथ जबरदस्ती कर रहे हैं। इसके बाद दोनों ने मेरे साथ फिर मारपीट शुरू कर दी। गोविंदपुरा थाने चलने के लिए कहा। पॉक्सो एक्ट में जेल भेजने की धमकी दी।
अधिकारी किसी भी कीमत पर थाने जाने को तैयार नहीं था
मैंने रेड मारने आए पुलिसकर्मी से कहा कि पूजा के साथ कोई गलत काम नहीं किया है, वो झूठ बोल रही है। फिर भी वे दोनों नहीं मान रहे थे। मुझे जबरदस्ती थाने ले जाने का बोल रहे थे। सिविल ड्रेस वाले व्यक्ति ने मेरा मोबाइल, पर्स, बाइक की चाबी छीन ली। उसने धमकी दी कि अब तो तुम्हें थाने चलना पड़ेगा। मैंने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने।
बाद में अधिकारी खुद पुलिस थाने पहुंचा और मामला दर्ज कराया
दोनों आरोपियों ने बोला कि यदि पुलिस कार्रवाई से बचना है तो 20 लाख रुपए देना पड़ेगा। मैंने कहा कि मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं। इसी बीच सिविल ड्रेस वाला आरोपी सोनम और पूजा को अलग रूम ले जाकर बातचीत करने लगा। ये दोनों उनसे बिल्कुल भी डर नहीं रही थीं, जबकि मैं काफी डर गया था। वे मोबाइल पर भी बीच-बीच में किसी से बातचीत कर रहे थे। मुझ पर पुलिस केस नहीं करने के लिए मेरी उनसे ढाई लाख रुपए देने की बातचीत हुई।
BHEL के लिए भी जांच का विषय है
इस मामले में पुलिस अपने स्तर पर इन्वेस्टिगेशन कर रही है। लड़की का पता लगाना आसान है और यह भी पता चल जाएगा कि वर्दी वाला व्यक्ति सचमुच पुलिस कर्मचारी था या कोई फर्जी लेकिन इस मामले में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड मैनेजमेंट को भी जांच करना चाहिए। घटना सरकारी क्वार्टर में घटी है। एक अधिकारी ने खुद अपनी शिकायत में बताया है कि लड़की को नौकरी की जरूरत थी और वह स्वयं लड़की को कटारा हिल्स से सूर्यास्त के बाद अपने घर लेकर आया था। जबकि उसके घर में उसकी पत्नी एवं परिवार की कोई महिला नहीं थी। सवाल यह है कि क्या भेल भोपाल के अधिकारी लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर इस प्रकार रात में अपने घर बुलाते हैं।
सवाल यह भी है कि क्या यह पहला घटनाक्रम है या फिर इससे पहले कुछ और लड़कियों के इंटरव्यू भेल भोपाल के सरकारी क्वार्टरों में हो चुके हैं, जिनकी शायद कोई शिकायत नहीं हुई। मामला भेल भोपाल की प्रतिष्ठा से जुड़ा है और इसकी जांच कंपनी को भी करनी चाहिए।
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