Kubereshwar dham जाने से पहले यह तैयारी जरूर करें नहीं तो बहुत परेशान होंगे- MP NEWS

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से मात्र 38 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुबेरेश्वर धाम सीहोर में महाशिवरात्रि का मेला लगा है। अभिमंत्रित रुद्राक्ष प्राप्त करने के लिए लाखों लोगों पहुंच रहे हैं। पिछले साल भी कई लोग परेशान हुए थे और इस साल भी ऐसी ही स्थिति बनने लगी है इसलिए यदि आप कुबेरेश्वर धाम जा रहे हैं तो कुछ तैयारियां घर से करके निकले। 

कुबेरेश्वर धाम में इस साल 24 लाख श्रद्धालु पहुंचने की संभावना

कुबेरेश्वर धाम 52 एकड़ में फैला हुआ है परंतु श्रद्धालुओं के आवास के लिए 18-18 हजार स्क्वेयर फीट के 5 डोम बनाए गए हैं जो श्रद्धालुओं की संख्या के हिसाब से काफी कम है। मंगलवार की शाम तक 50,000 पहुंच चुके थे और कुबेरेश्वर धाम की तरफ से उपलब्ध कराई गई आवाज सुविधाएं फुल हो चुकी थी। 

Kubereshwar dham accommodation- कुबेरेश्वर धाम के आसपास रहने ठहरने की व्यवस्था

महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उप्र, बिहार,‎ झारखंड और छत्तीसगढ़ से हजारों श्रद्धालु‎ यहां पहुंच रहे हैं। गांव के लोग अपने कमरों का किराया जितना चाहे उतना मांग रहे हैं। कानपुर से आई उमा यादव से कच्चे मकान में रात्रि विश्राम के लिए ₹5000 लिए गए। एक प्राइवेट स्कूल में ₹1200 प्रति व्यक्ति लिया जा रहा है। इसके बदले कमरा नहीं केवल सोने और नहाने की सुविधा दी जा रही है। नहाने के लिए पानी भी फ्री में नहीं मिल रहा है। कुए की बोरिंग से नहाने के लिए ₹50 प्रति व्यक्ति और घर के बाथरूम में नहाने के लिए ₹100 प्रति व्यक्ति देना पड़ रहा है।

खेत में खाने-पीने की चीजें बेचने‎ वाले दुकानदार ने बताया कि खेत के 10‎X20 फीट के टुकड़े पर 8 दिन‎ (15 से 21) फरवरी तक दुकान लगाने के‎ लिए खेत मालिक द्वारा ₹15000 किराया लिया गया है। सरकारी जमीन पर आठ दिन तक ठेला लगाने के लिए 10‎ हजार रु. किराया वसूला जा रहा है।‎ स्वाभाविक है खाने पीने की सभी चीजें बाजार की तुलना में यहां काफी महंगी मिलेगी। 

यदि पार्किंग की बात करें तो टू व्हीलर के लिए ₹10 और फोर व्हीलर के लिए ₹20 प्रतिदिन पार्किंग शुल्क तय किया गया है परंतु भीड़ के साथ यह भी बढ़ता जा रहा है। 

बेहतर होगा कि परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपने फैसले लें और सभी तैयारियां पूरी करके आए। ओढ़ने बिछाने के लिए बिस्तर और खाने पीने के लिए सामग्री अपने साथ लेकर आएंगे तो बेहतर होगा। निर्धारित पार्किंग के बजाय वाहन किसी ऐसे स्थान पर खड़ा करेंगे जहां से वापस लौटना आसान हो, तो बेहतर होगा। 

यहां क्लिक करके पढ़िए कुबेरेश्वर धाम सीहोर कैसे पहुंचे, कौन सा रास्ता बंद है और कौन सा चालू। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल पर कुछ स्पेशल भी होता है।

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