ग्वालियर। सब इंस्पेक्टर सोनम पाराशर मिसाल बन गई। अब ग्वालियर संभाग की पूरी पुलिस सोनम पाराशर की तरह हार्ट अटैक के मरीजों की जान बचाने की कोशिश करेगी। ग्वालियर जोन में आने वाले 4 जिलों के पुलिस कर्मियों को सीपीआर की ट्रेनिंग दी गई है।
सीपीआर क्या होता है और सोनम पाराशर ने क्या किया था
CPR का फुल फॉर्म है कार्डियो पल्मोनरी रिससीटेशन। यह एक ऐसी तकनीक है जो हार्ट अटैक के पीड़ित मरीज को कम से कम अगले 1 घंटे तक जिंदा रख रख सकती है। इस दौरान यदि उसे इलाज मिल जाए तो उसकी जान बच जाती है। दिसंबर 2022 में सब इंस्पेक्टर सोनम पाराशर, ट्रैफिक सूबेदार के पद पर थी। ड्यूटी के दौरान उन्होंने देखा कि चौराहे पर एक व्यक्ति को हार्ट अटैक आ गया है। सोनम ने तत्काल उसे सीपीआर दिया और अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने कहा कि यदि सीपीआर नहीं दिया जाता तो इनकी जान बचाना असंभव था। इसके बाद सोनम पाराशर, मध्य प्रदेश पुलिस के इतिहास में दर्ज हो गई। अब पूरी मध्य प्रदेश पुलिस सोनम पाराशर की तरह हार्ट अटैक के मरीजों की जान बचाएगी।
आईजी ग्वालियर ने बताया कि, DGP, MP श्री सुधीर सक्सेना के निर्देशन में आज दिनांक 25/02/23 को ग्वालियर जोन के जिला ग्वालियर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी में CPR (कार्डियो पल्मोनरी रिससीटेशन) पर प्रशिक्षण का आयोजन कर 1000 से अधिक पुलिस बल को प्रशिक्षण दिया गया।
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