मध्य प्रदेश पुलिस के 2 अधिकारियों को जबरदस्ती रिटायर कर दिया गया - MP NEWS

भोपाल
। मध्य प्रदेश शासन के गृह विभाग में राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी अनिल कुमार मिश्रा और इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार वर्मा को जबरदस्ती रिटायर कर दिया। शासकीय दस्तावेजों में इसे अनिवार्य सेवानिवृत्ति दर्ज किया गया है। पुलिस डिपार्टमेंट में ऐसे अधिकारी जिन्होंने पहले कभी अच्छा काम किया है और फिर कोई गंभीर गलती कर दी, तब उन्हें दंडित करने के बजाय अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जाती है।

राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी अनिल मिश्रा के खिलाफ गंभीर आरोप थे

विभागीय अधिकारियों ने बताया कि अनिल कुमार मिश्रा के विरुद्ध आरोप था कि वह जेल में बंद एक आरोपी की पत्नी को लेकर इंदौर पुलिस आफिसर मेस में रुके थे। श्री मिश्रा के खिलाफ यह भी आरोप था कि मध्यप्रदेश के बाहर वह खुद को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बताते थे। 

महिला थाना जयपुर में एक मामला दर्ज हुआ था। विशेष स्थापना पुलिस द्वारा पद का दुरुपयोग करने के मामले में न्यायालय में चालान प्रस्तुत किया जा चुका है। थाना इंद्रापुरम गाजियाबाद में युवती को धमकाने का प्रकरण प्रचलन में है। मिश्रा का पूरे सेवाकाल का मूल्यांकन साधारण स्तर का रहा है। गोपानीय चरित्रावली का मूल्यांकन करने पर मिश्रा को छानबीन समिति ने पुलिस सेवा में रहने योग्य न पाते हुए अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की अनुशंसा की थी, जिस पर राज्य लोक सेवा आयोग ने सहमति जताई थी। इस पर अंतिम निर्णय लिया गया है। 

इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार वर्मा पर खनिज माफिया से सांठगांठ साबित हो गई थी

इसी तरह अनुविभागीय अधिकारी सौंसर के पद पर रहे कृष्ण कुमार वर्मा पर अवैध उत्खनन को न रोकने और अधीनस्थों को भी कार्रवाई करने से रोकने के आरोप थे। जांच में ये प्रमाणित पाए गए। अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही करने में कोई रुचि न दिखाने और संलिप्तता के कारण अनिवार्य सेवानिवृत्ति की अनुशंसा की गई थी, जिस पर सहमति मिलने के बाद शुक्रवार को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई। 

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