भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अयोध्या नगर में मंदिर के सामने शराब की दुकान हटवाने के लिए अघोषित अनशन पर बैठी उमा भारती ने आज उनके संदर्भ में लगाए जा रहे हैं कयासों का जवाब दिया है। उमाश्री का बयान पढ़ने से पहले याद दिलाना जरूरी है कि उमा भारती एक बार भारतीय जनता पार्टी से अलग होकर अपनी पार्टी बना चुकी हैं।
उमा भारती ने कहा कि, 27 साल में पहली बार सांसद बनने से लेकर 57 साल की उम्र तक 30 साल में भाजपा के इतने व्यापक एवं विशाल होने के संघर्ष में मुझे तो जैसे झौंक दिया गया। मुझे बहुत प्यार, सम्मान एवं पद मिले है।
आज भी जब मैं भाजपा की संगठन की बैठकों में जाती हू तो वहाँ मौजूद सभी जो आदर एवं सम्मान मुझपर बरसाते है वह अद्वितीय एवं भगवान की कृपा है। शराबनीति पर बदलाव के मेरे आग्रह से मैं कुछ पाना चाहती हू ऐसा कहने वाले लोग या दुनिया के सबसे बड़े मूर्ख है या शरारती है।
किसी भी प्रकार के नशे के विरुद्ध अभियान हमारी पार्टी का हिस्सा है। फिर भी आपको याद होगा, मैंने ख़ुद ही सभी भाजपा के पदाधिकारी, सांसदों, विधायकों एवं मंत्रियों को आग्रह किया की आप सार्वजनिक तौर पर इसका समर्थन या विरोध करने के बजाय अपनी मर्यादा में रहते हुए पार्टी की अंदरूनी बैठकों में ही इसकी चर्चा करिए।
इस अभियान मे मेरे आसपास अराजनीतिक एवं सामाजिक लोग ही रह सके यह मैंने ही तय किया है। इससे मुझे आज़ादी की साँस लेने की छूट मिलती है। भारत मेरा देश है, हिंदुत्व मेरी आस्था है, भाजपा मेरी पार्टी है, मोदी मेरे नेता हैं और यह तथ्य इस जीवन में नहीं बदलेंगे।