Employees Provident Fund Organisation की ताजा रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश के 6 राज्यों में नौकरियों की संख्या कम हुई है जबकि 15 राज्य में फ्रेशर्स को नौकरी के अवसर बढ़ गए हैं। यह तुलनात्मक अध्ययन जुलाई से सितंबर 2022 और जुलाई से सितंबर 2021 के बीच (पिछले साल के 3 मई और इस साल के 3 महीने) किया गया है।
भारत के 6 राज्य जहां फ्रेशर्स को नौकरी के अवसर कम हुए
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पंजाब, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, असम, गुजरात और राजस्थान में बिना अनुभव वाले युवाओं को कम संख्या में नौकरी दी गई है। साल 2021 (जुलाई से सितंबर) की तुलना में साल 2022 में उपरोक्त 6 राज्यों में कॉलेज से पास होकर निकलने वाले स्टूडेंट्स के लिए नौकरी के अवसर कम हुए हैं। सबसे खराब स्थिति पंजाब की रही। दूसरे नंबर पर हिमाचल प्रदेश और तीसरे नंबर पर झारखंड का नाम दर्ज हुआ है।
भारत के 15 राज्य जहां युवाओं को ज्यादा नौकरी दी गई
सबसे ज्यादा बिहार में युवाओं को नौकरी मिली है। पिछले साल की तुलना में इस साल लगभग 37% वृद्धि दर्ज हुई है। दूसरे नंबर पर दिल्ली का नाम दर्ज है जहां 29% वृद्धि दर्ज की गई है। इसी प्रकार तेलंगाना 23% और आंध्र प्रदेश 21% के साथ उत्साहवर्धक इस स्थिति में नजर आ रहे हैं। उपरोक्त के अलावा हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा और जम्मू एवं कश्मीर में नई उम्र के युवाओं को पिछले साल की तुलना में ज्यादा नौकरी मिली है।