इंदौर। मध्य प्रदेश के सीएम हेल्पलाइन सिस्टम की एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। शिकायत दर्ज होने के बाद उसका फॉलोअप तो किया जाता है परंतु थर्ड पार्टी इन्वेस्टिगेशन का प्रावधान नहीं होने के कारण शिकायतकर्ता के ऊपर दबाव बनाया जा रहा है। वर्षा जैन के घर रात 10:30 बजे पुलिस पहुंच गई। 11:45 बजे तक बैठी रही। पुलिस का कहना था कि आपकी शिकायत के आधार पर FIR दर्ज नहीं करेंगे, आप अपनी शिकायत वापस ले लो।
पिता की संपत्ति को लेकर बहनों में विवाद हुआ
वर्षा पति आशीष जैन निवासी महादेव तोतला नगर ने फरवरी 2021 में छत्रीपुरा थाने में शिकायत की थी कि उनके पिता रमेश चंद्र जैन और मां कुसुम जैन बालदा कॉलोनी महूनाका में निवास करते थे। पिता की 2017 में और मां कुसुम का 2021 देहांत हो गया। हम चार सगी बहनें रेखा, मंजू, मनीषा और मैं खुद (वर्षा जैन) हूं। मां के देहांत को 13 दिन भी नहीं हुए तब मुझे पता चला कि तीनों बहनों ने लॉकर से पिता की संपत्ति निकाल ली और सोने-चांदी के आभूषण बेचने चले गए। 20 लाख की एफडी, बालदा कॉलोनी का मकान और 250 ग्राम सोने का हेरफेर कर दिया है। इसकी जानकारी किसी ने मुझे नहीं दी।
पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया, शिकायत पर राजीनामा लिख दिया
इसकी शिकायत वर्षा ने सीएम हेल्पलाइन पर कर दी। इस आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी। वर्षा से आवेदन लेकर तीनों बहनों को नोटिस देकर बयान के लिये बुलाया गया। शुरुआत में पुलिस ने जांच में सभी बहनों के बयान लेने के बाद आपसी सहमति से मामले का निराकरण करने की बात कही। ऐसा नहीं होने पर केस दर्ज कर मामला कोर्ट भेजने की बात कही।
सीएम हेल्पलाइन में दोबारा शिकायत की तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की
जनवरी 2022 में राजेश्वरी सोसाइटी नागदा से 20 लाख की एफडी ट्रांसफर होने की जानकारी वर्षा को लगी। तब वर्षा ने फिर से छत्रीपुरा पुलिस को शिकायत कर दी। लेकिन इस बार पुलिस ने एक माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। तीन माह बाद मार्च 2022 में वर्षा ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर दी। शिकायत में कहा कि उनके मृत माता-पिता की प्रॉपर्टी को लेकर हेरफेर किया जा रहा है। मामले में छत्रीपुरा थाने में शिकायत की गई है। लेकिन पुलिस इस मामले में कोई कारवाई नहीं कर रही।
पुलिस ने कहा कि ऊपर से काफी प्रेशर है वह मदद नहीं कर सकते
इस मामले में वर्षा जैन ने डीसीपी, एडिशनल डीसपी और एससीपी को भी प्रॉपर्टी मामले में शिकायत की। मार्च में पुलिस अफसरों ने वर्षा जैन को थाने पर बुलाया। उन्हें बताया कि जिन लोगों की आपने शिकायत की है। उनका निराकरण हम थाने से नहीं कर सकते। इसका समाधान कोर्ट से निकलेगा। लेकिन आप सीएम हेल्पलाइन से शिकायत वापस ले लें। वर्षा ने इस मामले में फ्रॉड की धाराओं में केस दर्ज करने की बात कही। तब पुलिस ने कहा कि ऊपर से काफी प्रेशर है वह मदद नहीं कर सकते।
CM HELPLINE में शिकायत वापस कराने सुबह से आधी रात तक
दिसंबर में वर्षा जैन की शिकायत सीएम हेल्पलाइन के लेवल थ्री पर पहुंच गई। इस पर पुलिस ने शनिवार 17 दिसंबर 2022 को फिर वर्षा से फोन पर बात कर शिकायत वापस लेने को कहा। वर्षा ने इस बार भी इंकार कर दिया। शनिवार रात करीब 9 बजे थाने की एसआई ने बात की। वर्षा के नहीं मानने पर पुलिस वर्षा के घर पहुंच गई। वर्षा ने कहा घर पहुंचकर पुलिस ने पति और ससुर पर भी दबाव डालकर शिकायत वापस लेने को कहा। वर्षा ने इसकी शिकायत गुरुवार को पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र से कर दी। वर्षा ने बताया कि कमिश्नर ने जांच का आश्वासन दिया है।