भोपाल। मध्य प्रदेश में चल रही है संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल के बीच राजधानी भोपाल में आज बड़ा घटनाक्रम हो गया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी की कार के सामने खड़े होने वाले 10 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया। बाद में 2 कर्मचारियों को मुक्त कर दिया गया जबकि 8 को जेल भेज दिया गया।
अपराधियों की तरह रस्सी से बांधकर ले गई थी पुलिस
राजधानी के जेपी हॉस्पिटल में प्रदर्शन कर रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों अपराधियों की तरह रस्सी से बांधकर ले जाया गया था (read here)। प्रदर्शनकारियों के वकील ने बताया कि कार्यपालक मजिस्ट्रेट महोदय ने कहा था कि आप सभी की प्रतिभूति जमा कर दीजिए, हम सब की जमानत मंजूर कर रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस ने 8 प्रदर्शनकारियों की जमानत मंजूर नहीं की और उन्हें जेल भेज दिया।
32000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी जेल जाने के लिए तैयार
मौके पर मौजूद प्रदर्शनकारियों ने कहा कि 8 साथियों को जेल भेजने से हमारा आंदोलन नहीं टूटेगा। हम पूरे 32000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी जेल जाने के लिए तैयार हैं। इससे पहले प्रदर्शनकारी कर्मचारी पुलिस थाने और असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस के ऑफिस के बाहर बड़ी संख्या में मौजूद थे।
2 कर्मचारियों को विश्वास सारंग के कहने पर छोड़ा
बताया गया है कि पुलिस द्वारा पकड़े गए 10 कर्मचारियों में से दो चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के संपर्क वाले थे। असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस ने पहले नियमानुसार सब की जमानत मंजूर कर दी थी। भारत में अचानक फैसला बदल दिया गया। सब को जेल भेजने की तैयारी की गई। कहा जा रहा है कि इसी बीच विश्वास सारंग के कहने पर 2 कर्मचारियों को छोड़ दिया गया।