MP NEWS- कैबिनेट मंत्री एक रोजगार सहायक के खिलाफ जांच नहीं करवा पाए

भोपाल
। मध्यप्रदेश में राजनीति की दुर्गति किस हद तक हो गई है, यह मामला शायद इसी का प्रमाण है। कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह शहडोल जिले के एक रोजगार सहायक के खिलाफ जांच शुरू नहीं करवा पाए। मौखिक निर्देश तो दूर की बात, कलेक्टर को चिट्ठी लिखी फिर भी कुछ नहीं हुआ। मंत्री बिसाहूलाल सिंह, वही नेता है जो कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। उप चुनाव से पहले 2020 में बच्चों को नोट बांटते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था। 2021 में महिलाओं के प्रति दिए गए एक बयान पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी।

ग्राम पंचायत करकटी की सरपंच का रोजगार सहायक पर आरोप

जनपद पंचायत सोहागपुर के ग्राम पंचायत करकटी की सरपंच कौशिल्या बैगा ने अपने ही ग्राम पंचायत में कार्यरत रोजगार सहायक यशोदा काछी की शिकायत की है। सरपंच ने शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि रोजगार सहायक द्वारा ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ शासन के नियमानुसार नहीं दिया जा रहा है। राजीव गांधी रोजगार गारंटी योजना स्कीम में भी कराए गए कार्यों में व्यापक भ्रष्टाचार किया गया है।

रोजगार सहायक यशोदा काछी मेरी किसी जानकारी के बिना ही मनरेगा का मस्टररोल जनरेट कर भुगतान कर देती है। पूर्व में भी इन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना जो कि, सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, में शासकीय राशि का गबन किया गया था। हितग्राहियों के आवास आज भी अधूरे हैं। इस कारण दो वर्ष से वह सस्पेंड रही, लेकिन उन्हें पुनः वापस यहां पर पदस्थ कर दिया है।

1 महीने पहले सरपंच ने CEO और कलेक्टर कमिश्नर से शिकायत की थी

14 सितंबर को सीईओ जनपद पंचायत सोहागपुर से मामले की शिकायत करते हुए, इसकी प्रतिलिपि कलेक्टर वंदना वैद्य एवं कमिश्नर राजीव शर्मा को दी गई थी। जिसमें मांग की गई थी कि, रोजगार सहायक की पूर्व की कार्यवाही एवं वर्तमान के हो रहे शासकीय योजनाओं व मनरेगा में हो रहे काम का अवलोकन करते हुए कार्रवाई करें एवं दोषी पाए जाने पर सेवा समाप्त करने का आदेश पारित किया जाए लेकिन आज दिनांक तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई।

सरपंच की शिकायत के समर्थन में कैबिनेट मंत्री ने पत्र लिखा

जिसके बाद अब मामला खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह के संज्ञान में लाया गया। मंत्री ने 27 अक्टूबर को कलेक्टर शहडोल को पत्र लिखा है। जो मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचा। जिसमें उन्होंने शिकायत के आधार पर उक्त रोजगार सहायक पर लगे आरोपों की जांच कराते हुए समुचित कार्यवाही किए जाने का निवेदन किया है।

शहडोल कलेक्टर वंदना वैद्य ने मंगलवार को शाम 7:20 बजे दैनिक भास्कर के पत्रकार को बताया कि मामले की जांच जल्द करवाई जाएगी। यदि रोजगार सहायक दोषी पाई जाती हैं, तो कार्रवाई होगी। वहीं रोजगार सहायक यशोदा ने राजनीतिक द्वेष भावना से उक्त शिकायत किए जाने की बात कही है। कहा- जांच बाद स्वयं ही स्पष्ट हो जाएगा।

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