जबलपुर। जिला शिक्षा अधिकारी से विवाद के चलते प्रभारी प्राचार्य प्रीति पाटकर को आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सस्पेंड कर दिया गया है। आरोप है कि प्रीति को 1 सहायक शिक्षक के खिलाफ डिपार्टमेंटल इंक्वायरी में इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर बनाया गया था परंतु उन्होंने इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट सबमिट नहीं की। डीईओ जबलपुर में प्रीति की शिकायत कमिश्नर से की थी।
आठ अगस्त 2022 को जिला शिक्षा अधिकारी ने आयुक्त को पत्र लिखकर बताया कि तत्कालीन प्राचार्य प्रीति पाटकर शाउमवि चरगवां को बसंत शर्मा सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला कालापाठा संकुल शासकीय उमावि चरगवां के खिलाफ विभागीय जांच के लिए इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर नियुक्त किया गया था। दो जुलाई 2021 को जांच पूरी हुई। जांचकर्ता अधिकारी ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कुछ समय पश्चात सुधार के लिए प्रस्तुतकर्ता अधिकारी प्रीति पाटकर ने अपना प्रतिवेदन सुधार के लिए वापस लिया।
अनेक बार विभागीय जांचकर्ता ने प्रतिवेदन उपलब्ध करवाने के लिए कहा लेकिन प्रीति पाटकर द्वारा न प्रतिवेदन दिया गया ना ही विभागीय जांच की नस्ती उपलब्ध कराई। इस दौरान जो नोटिस मिला उसका भी जवाब नहीं दिया गया। जिला शिक्षा अधिकारी के नोटिस और पत्रों का भी जवाब नहीं दिया। इस लापरवाही के बाद शिक्षा अधिकारी ने आयुक्त को पत्र लिखकर जानकारी दी। प्रीति पाटकर को निलंबन अवधि तक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय जबलपुर में अटैच किया गया है।