यदि अच्छे बच्चों को अच्छे शिक्षक और थोड़ी सी सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाए तो वह कोई भी रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। मध्य प्रदेश के नीमच जिले की जावद तहसील के ग्राम सरवानिया महाराज में संचालित प्रोजेक्ट विद्या के अंतर्गत पढ़ रहे स्टूडेंट्स में से 18 बच्चों ने यह कर दिखाया है। 12 विद्यार्थियों ने NEET और 6 विद्यार्थियों ने JEE Mains क्लियर किया है।
नीमच के 17 विद्यार्थियों ने जापानी लैंग्वेज की परीक्षा पास की
जावद क्षेत्र में संचालित प्रोजेक्ट मिराई के तहत एन-4 परीक्षा में जावद क्षेत्र के 17 विद्यार्थी सफल हुए है। यह विद्यार्थी एक वर्ष और जापानी भाषा सीखेंगे और एक परीक्षा और आयोजित होगी। जिसे एन-5 कहा जाता है। एन-5 में उर्त्तीण होने के पश्चात ये विद्यार्थी जापान जाने के लिए पात्र होंगे।
उल्लेखनीय है कि नीमच जिले की जावद तहसील के ग्राम सरवानिया महाराज में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को प्रोजेक्ट विद्या के तहत डिजिटल स्कूल बनाया गया है। इसमें ऐसे बच्चों को पढ़ाया जाता है जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं। इन बच्चों को पढ़ने के लिए टेबलेट उपलब्ध कराए गए हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इन बच्चों को पढ़ाने के लिए विद्वान शिक्षक नियुक्त किए गए हैं।
अच्छे विद्यार्थी, विद्वान शिक्षक और समझदार जनप्रतिनिधि रिकॉर्ड तोड़ते हैं
यदि कहीं अच्छे विद्यार्थी को विद्वान शिक्षक मिल जाए और एक समझदार जनप्रतिनिधि उन्हें संरक्षण प्रदान कर दे तो कोई भी रिकॉर्ड तोड़ा जा सकता है। डिजिटल स्कूल का रिजल्ट यही बताता है। यहां त्रिवेणी संगम देखने को मिलता है। ऐसे बच्चे जो पढ़ना चाहते हैं, ऐसे शिक्षक जिन्हें पढ़ाना आता है और विधायक ओमप्रकाश सकलेचा जो इन सब को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
वैसे तो ओमप्रकाश सकलेचा मध्यप्रदेश शासन में सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हैं परंतु जावद विधानसभा में शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए पिछले 12 साल से काम कर रहे हैं। इन्होंने अपने क्षेत्र के 16 हायर सेकेंडरी स्कूल पर कड़ी मेहनत की है। शासन और प्रशासन ने भी इनके अभियान में खूब सहयोग किया और आज नतीजा सामने आने लगा है। यह तो शुरुआत है।