भारत के गृह मंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता श्री अमित शाह भोपाल आ रहे हैं। यहां उनका रोडशो नहीं है लेकिन ऐतिहासिक स्वागत की तैयारी की जा रही है। मध्य प्रदेश के सभी दिग्गज नेता उनका ध्यान अपनी ओर खींचना चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में मध्य प्रदेश के शीर्ष नेता शिवराज सिंह चौहान को भाजपा के संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया है।
भोपाल में ना तो अमित शाह की कोई रैली या आम सभा है और ना ही भारतीय जनता पार्टी संगठन की कोई बड़ी बैठक। आधिकारिक रूप से श्री अमित शाह के भोपाल दौरे का मध्य प्रदेश की राजनीति से कोई संबंध नहीं है। श्री अमित शाह 22 अगस्त को कुशाभाऊ ठाकरे हॉल (मिंटो हॉल) में सुबह 11 बजे इंटर स्टेट काउंसिल की मीटिंग की अध्यक्षता करेंगे। इसमें उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे।
पिछले कुछ दिनों में मध्य प्रदेश की राजनीति में बड़े बदलाव की शुरुआत होती हुई दिखाई दी है। प्रत्येक 2 महीने में एक बार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का मध्यप्रदेश में विशाल जनसभा वाला आयोजन निर्धारित किया गया है। कैलाश विजयवर्गीय को पश्चिम बंगाल की चिंता से मुक्त कर दिया गया है। वह लगातार इंदौर एवं मध्यप्रदेश पर फोकस कर रहे हैं।
शिवराज सिंह चौहान को भाजपा संसदीय बोर्ड से ऐसे समय में बाहर कर दिया गया है, जबकि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह की समीक्षा का दौर शुरू हो गया है। विधानसभा चुनाव 2023 की हलचल शुरू हो चुकी है। ऐसी स्थिति में अमित शाह का भोपाल आना कई नेताओं के लिए बड़े अवसर से कम नहीं है।