मध्य प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो चुकी है। संसदीय बोर्ड से शिवराज सिंह चौहान का नाम हटा दिए जाने के बाद कयासों और अफवाहों का बाजार सज गया है। इधर मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों की सक्रियता भी बढ़ गई है। सबसे प्रबल दावेदार ज्योतिरादित्य सिंधिया आज दूसरे दावेदार कैलाश विजयवर्गीय से मिलने उनके घर पहुंचे। यह सौजन्य भेंट इसलिए भी सुर्खियों में है क्योंकि उस दिन हुई जब भोपाल में अमित शाह मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के लिए भारतीय जनता पार्टी में इस बार पहले से ज्यादा दावेदार हैं। सन 2018 तक मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की प्रतियोगिता में जितने भी नेताओं ने दौड़ लगाई। सब के पैर में कांटा चुभ गया था परंतु इस बार प्रतियोगियों की संख्या बहुत ज्यादा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर कैलाश विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा से होते हुए विष्णु दत्त शर्मा तक लगभग एक दर्जन नाम हैं। यह एक महत्वपूर्ण बिंदु है कि सन 2018 तक मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नाम पर वोट मिलते थे परंतु 2023 का चुनाव कैंपेन नरेंद्र मोदी के नाम पर तैयार किया गया है।
सिंधिया ने सब को बताया लेकिन कैलाश कुछ नहीं बोले
इस मुलाकात के कई मायने निकाले जाएंगे लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मुलाकात के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसके बारे में सब को बताया लेकिन कैलाश विजयवर्गीय ने ट्विटर पर कुछ भी नहीं लिखा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि, आज भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय जी से इंदौर निवास पर सौजन्य भेंट कर विभिन्न विषयों पर सार्थक चर्चा भी की। इस दौरान उनके साथ दोपहर के भोजन का भी आनंद लिया। श्री सिंधिया ने इस मैसेज के साथ ट्विटर पर कैलाश विजयवर्गीय को भी टैग किया। यानी कैलाश विजयवर्गीय को अपडेट किया कि वह लोगों को क्या बता रहे हैं, परंतु सिंधिया के मैसेज के 45 मिनट बाद तक कैलाश विजयवर्गीय के ट्विटर हैंडल पर सिंधिया के लिए दो शब्द भी नहीं थे। |
आज भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय जी से इंदौर निवास पर सौजन्य भेंट कर विभिन्न विषयों पर सार्थक चर्चा भी की। इस दौरान उनके साथ दोपहर के भोजन का भी आनंद लिया| @KailashOnline pic.twitter.com/W0k1ibjD50
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) August 22, 2022