भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता सुरेंद्रनाथ सिंह मम्मा ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ बगावत का ऐलान कर दिया है। उन्होंने तलवार निकालकर सोशल मीडिया पर एक फोटो अपलोड किया और लिखा, घर में बैठ कर घुट-घुट कर मरने से अच्छा है, आओ लड़कर मरते हैं।
सुरेंद्र नाथ सिंह- लोकप्रिय नेता से गुमटी माफिया तक
भोपाल की राजनीति में सुरेंद्र नाथ सिंह का अपना एक स्थान रहा है। सन 1980 में उन्होंने राजनीति की शुरुआत की थी। वह अपने जमाने के बेहद लोकप्रिय नेता माने जाते हैं। भोपाल मध्य विधानसभा सीट से 2 बार विधायक रहे और भोपाल भाजपा के जिला अध्यक्ष भी रहे। पिछली बार आरिफ मसूद के सामने चुनाव हार गए थे। सुरेंद्र मम्मा को भोपाल का गुमटी माफिया भी कहा जाता था। आरोप लगे थे कि वह शहर की सरकारी जमीन पर अवैध रूप से गुमटी संचालित करवाने का काम करते हैं।
हिंसा और गिरोह बंदी के कारण पार्टी ने किनारे किया
बताया जाता है कि सुरेंद्र नाथ सिंह बात-बात में हिंसा पर उतारू हो जाते हैं। उन्होंने पार्टी में गिरोह बंदी की। उनके समर्थक केवल उनके आदेश का पालन करते हैं। पार्टी की पॉलिसी का पालन नहीं करते। कभी नगर निगम के ऑफिस में हमला तो कभी आपराधिक धमकी वाले बयान के कारण सुरेंद्रनाथ सिंह विवादित हो गए। 2018 का विधानसभा चुनाव हार जाने के बाद पार्टी ने उनका नाम भोपाल के नेताओं की लिस्ट में से ही हटा दिया। आश्चर्यजनक बात यह है कि अभी भी सुरेंद्र नाथ सिंह ने तलवार उठा कर बयान जारी किया है।