भोपाल। राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में मरीजाें के खाने की व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन पहली बार खाने का जिम्मा निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। वर्तमान में सुल्तानिया अस्पताल में सामग्री सप्लाई करने वाली फर्म यह काम कर रही है।
नई व्यवस्था कितनी कारगर होगी, इस पर सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि, शासन की ओर से एक मरीज के 24 घंटे के खाने (सुबह का नाश्ता, दोपहर का खाना और रात का खाना) के लिए महज 48 रुपए बजट दिया जाता है। हमीदिया अस्पताल प्रबंधन इसी बजट में मरीजों को खाना देने वाली एजेंसी चाहता। आहार विशेषज्ञ डॉ. विवेक मालवीय का कहना है कि 20 रुपए में पाैष्टिक तो दूर पेट भर खाना मिलना भी मुश्किल है। मरीज को एक वक्त का पौष्टिक खाना देने के लिए कम से कम 100 रुपए का खर्चा आता है।
हमीदिया के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो नई व्यवस्था में खाने की पूरी व्यवस्था आउट सोर्स पर दी जाएगी। जो भी फर्म तय होगी उसे खुद सामान की खरीदी करके ना सिर्फ मरीजों के लिए खाना तैयार करना होगा, बल्कि उन तक पहुंचाना भी होगा। निगरानी प्रबंधन को करनी होगी। फर्म की ओर से सप्लाई किए जाने वाले खाने की क्वालिटी चैक करने के लिए अस्पताल प्रबंधन व्यवस्था करेगा। इसके लिए अस्पताल की ओर से एक कमेटी गठित की जाएगी। इस कमेटी का जिम्मा होगा कि वह महीने में दो से तीन बार औचक निरीक्षण कर खाने की क्वालिटी देखे।