भोपाल। सचिव राज्य निर्वाचन आयोग श्री राकेश सिंह ने जानकारी दी है कि त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन में 10 जून को अपरान्ह 3 बजे के बाद अभ्यर्थियों को निर्वाचन प्रतीक आवंटित किये जायेंगे। किसी भी चुनाव में चुनाव चिन्ह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि अशिक्षित और जिनकी आंखें कमजोर होती हैं, ऐसे सभी मतदाता चुनाव चिन्ह देखकर ही वोट देते हैं। आइए पढ़ते हैं मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों को कैसे-कैसे चुनाव चिन्ह मिल रहे हैं:-
जिला पंचायत सदस्य के लिए निर्वाचन प्रतीक
तीर कमान, दो पत्तियाँ, ऊगता सूरज, पतंग, छाता, गाड़ी, लालटेन, फावड़ा और बेलचा, बिजली का बल्ब, सिलाई की मशीन, हाथ चक्की, टेबल पंखा, स्लेट, रेडियो, हारमोनियम, दो तलवार और एक ढाल, पिचकारी, मटका, अंगूठी, बल्ला, चाबी, मोमबत्तियाँ, कढ़ाई, सीटी, सिर पर टोकरी सहित औरत, लड़का-लड़की, नाव, बेंच, गैस सिलेण्डर, गैस स्टोव, सिगड़ी, संडसी, गैस बत्ती, गुब्बारा, मेज, कुर्सी, मोरपंख, पीपल का पत्ता और सूरज-मुखी।
जनपद पंचायत सदस्य के लिये निर्वाचन प्रतीक
ब्लेक बोर्ड, बरगद का पेड़, झोपड़ी, ट्रेक्टर चलाता हुआ किसान, तराजू, फसल काटता हुआ किसान, मशाल, अलमारी, छत का पंखा, टेलीविजन, रेल का इंजन, टेलीफोन, डीजल पंप, प्रेशर कुकर, कप प्लेट, लेटर बाक्स, आरी, कंघी, ढोलक, ड्रम, भोंपू, चारपाई और दरवाजा।
सरपंच के लिये निर्वाचन प्रतीक
चश्मा, कांच का गिलास, फलों सहित नारियल का पेड़, हस्तचलित पंप, ताला और चाबी, अनाज बरसाता हुआ किसान, सब्जियों की टोकरी, घंटी, टेबल लेंप, खंभे पर ट्यूब लाइट, हार, किताब, स्टूल, कलम दवात, कुआँ, गेहूँ की बाली, बस, पुल, नल, लट्टू, जग, हॉकी और गेंद, टोप और वायलिन।
पंच के लिये निर्वाचन प्रतीक
सीढ़ी, फावड़ा, बाल्टी, हल, कुल्हाड़ी, बिजली का स्विच, मक्के का भुट्टा, कैंची, केतली और बेलन।
अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने पर आवंटित किये जाने वाले अतिरिक्त प्रतीक
बनियान, कमीज, फ्राक, गुलाब का फूल, पोत, स्कूटर, जीप, वायुयान, रोड-रोलर, सेव, मूली, आम, केला और लेडी पर्स।