भोपाल। जहां एक और कुछ जिलों के कलेक्टरों ने तनाव में आकर बीमार कर्मचारियों को मेडिकल के बेस पर VRS देने वाला धमकी भरा सर्कुलर जारी किया है वहीं दूसरी ओर बड़वानी कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने समझदारी का काम किया है। एलान करवा दिया है कि कर्मचारी को गलत मेडिकल रिपोर्ट देने वाले डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।
चुनाव ड्यूटी से छुट्टी मांगने वाले कर्मचारियों का दोबारा मेडिकल कराएंगे
सोमवार को टाइम लिमिट की बैठक में कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने चुनाव ड्यूटी को लेकर कई बातें स्पष्ट की। उन्होंने ड्यूटी निरस्त करने वाले अफसर-कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए बताया कि मेडिकल के बेस पर चुनाव ड्यूटी से मुक्ति का निवेदन करने वाले कर्मचारियों का फिर से मेडिकल कराया जा सकता है। यदि कर्मचारी ने गलत चिकित्सा सर्टिफिकेट (स्वास्थ्य प्रमाण पत्र) लगाया तो संबंधित कर्मचारी पर तो कार्रवाई होगी ही, साथ ही गलत प्रमाण पत्र बनाने वाले चिकित्सक पर भी कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर वर्मा ने मतदान कर्मियों की नियुक्ति, प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी जिला पंचायत सीईओ अनिल कुमार डामोर, सहायक आयुक्त जनजातीय निलेशसिंह रघुवंशी को निर्देशित किया कि चुनावी ड्यूटी से किसी कर्मी को बिना उचित कारण के मुक्त न किया जाए। जिन कर्मियों ने ड्यूटी से मुक्ति के लिए चिकित्सक के अनफिट का प्रमाण पत्र लगाया है और यदि ऐसा प्रतीत होता है कि संबंधित चिकित्सक ने गलत आधार पर प्रमाण पत्र दिया है तो संबंधित कर्मी का परीक्षण चिकित्सा बोर्ड से करवाया जाए।
यदि चिकित्सा बोर्ड में प्रमाण पत्र गलत निकलता है तो दोषी चिकित्सक पर भी कार्रवाई प्रस्तावित की जाए। दोषी कर्मी को पद से पृथक करवाने की कार्रवाई की जाएगी।